हाल ही में एक अनोखा मामला सामने आया है जिसमें एक व्यक्ति की वेशभूषा को लेकर उसे एयरपोर्ट से ही लौटा दिया गया था। जानकारी के मुताबिक दुबई में आठ साल से रहने वाले भारतीय मूल के जैनुलावदीन हाकिम छुट्टियां बिताने के लिए यूरोपीय देश जॉर्जिया गए थे, लेकिन उनको एयरपोर्ट से ही अधिकारियों ने बैरंग लौटा दिया क्योंकि उन्होंने दाढ़ी रख रखी थी।
हाकिम का कहना है कि उन्हें सीमा पर ही रोक लिया गया और एक आतंकवादी सरीखा व्यवहार किया गया। यही नहीं उनको रिटर्न फ्लाइट का इंतजार करने के दौरान टॉयलेट इस्तेमाल करने की भी अनुमति नहीं दी गई, जबकि हाकिम के साथ एक और कलीग थे जिन्हें बिना किसी झिझक के जाने दिया गया।
तीन बच्चों के पिता हाकिम ने बताया कि एयरपोर्ट के काउंटर पर जैसे ही एक महिलाकर्मी की नजर मुझ पर पड़ी उसने तत्काल दूसरे ऑफिसर को बुलाया और मुझे आखिरी काउंटर पर जाने को कहा।
हाकिम ने अपनी व्यथा बयान करते हुए बताया कि मैं वॉशरूम जाना चाहता था लेकिन उन्होंने मुझे इसकी भी अनुमति नहीं दी। ऐसा व्यवहार किया जैसे मैं कोई अपराधी हूं।
हालांकि, कुवैत स्थित जॉर्जिया के दूतावास ने हाकिम के इन आरोपों को पूरी तरह आधारहीन बताया है। दूतावास ने कहा कि हाकिम का यह कहना कि उनको मुस्लिम होने की वजह से एंट्री नहीं मिली सरासर गलत है।