राजधानी दिल्ली में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आपके पैरो तले जमीन खिसक जाएगी। राजधानी में एक साल के बच्चे के कुछ अंग पूरी तरह से 25 साल के लड़के के समान विकसित हो गए है। ये बीमारी बेहद दुर्लभ है और ये बीमारी ‘प्रिकॉशियस पुबर्टी’ के नाम से जानी जाती है। जिसका मतलब होता है अर्ली पुबर्टी यानी वक्त से पहले जवान होना। दिल्ली के एक सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में इस बच्चे का इलाज चल रहा है। फिलहाल जल्द से जल्दा ऑपरेशेन करने की तैयारी में डॉक्टर जुट गए है।
इस बच्चे के शरीर में बदलाव होने की शुरुआत 6 महीने की उम्र से ही हो गई थी। इस दौरान वैभव(बदला हुआ नाम) की लंबाई के साथ उसे कुछ प्राइवेट पार्ट्स भी सामान्य से अधिक विकसित थे। ऐसे में वैभव की मां को लगा कि जन्म के समय अधिक वजन होने के कारण ऐसा हो रहा है। जिसके चलते उन्हें ये डॉक्टर के पास ले जाना जरुरी नहीं समझा लेकिन जब बच्चा एक साल की उम्र का हुआ तब उसके अंग अनपेक्षित रुप से काफी बढ़ गए। आपको जानकर हैरानी होगी कि वैभव की लंबाई 18 महीने में 95 सेंटीमीटर पहुंच गई थी। इस हिसाब से वो सामान्य बच्चों से करीब 10 से 15 सेंटीमीटर लंबा था। उस बच्चे के चेहरे और शरीर पर मर्दों की तरह बाल आने लगे थे। इसके साथ ही साथ उसकी आवाज में भी बदलाव लग रहा था। इस दौरान सबसे खास बात ये है कि उसकी प्राइवेट पार्ट्स पूरी तरह जवान इन्सान की तरह विकसित हो गए हैं।
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इस केस में मैक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल की डॉक्टर का कहना है कि वैभव का टेस्टोस्टेरॉन लेवल 25 साल के युवक के बराबर है। टेस्ट में देखा गया कि उसके टेस्टोस्टेरॉन स्तर बच्चे का 500-600 नैनोग्राम था जबकी इस उम्र में सामान्य बच्चे का 20 नैनोग्राम होता है। इसी कारण वैभव के शरीर में इतने बदलाव नजर आ रहे है। वैभव के माता-पिता का इलाज में हर महीना 11 हजार खर्च आ रहा है और बीमा कंपनी ने बीमा करने से इंकार कर दिया है।