आज के समय में वैसे तो हर शब्द को छोटा करके और बोलने का एक चलन बन चुका है, पर रूपयों में भी कुछ हेरफेर करने का फैशन बन गया है। आपने अक्सर देखा होगा कि लोग हजार कि जगह सिर्फ “के” शब्द का प्रयोग करके रूपयों को दर्शाने का काम करते है, पर इसके पीछे का कारण क्या है यदि आप भी इस बात को जानना चाहते हैं तो पढ़े हमारे आर्टिकल को…
जैसा कि देखा गया है कि लोग अब 1 हजार = 1K, 2 हजार = 2K आदि लिखना या बोलना ज्यादा पसंद करते है। ये ऐसा इसलिए बोला जाता है क्योंकि ‘K’ Kilo की मात्रा को दर्शाता है, ग्रीक भाषा में जिसका मतलब एक हजार होता है। जैसे कि आपने अपनी किताबों में पढ़ा ही होगा कि ‘Kilo’ शब्द की उत्पत्ति ग्रीक भाषा के शब्द Khilioi से हुई है, जिसका मतलब एक हजार होता है।
जब फ्रांस के कुछ वैज्ञानिक Metric System तैयार कर रहें थे, तो उन्होंने हर ईकाई (Unit) को उसके पहले वाली इकाई से 10 गुणा ज्यादा और बाद वाली ईकाई से 10 गुणा कम रखा।
जैसे कि लंबाई को आकने वाली वाली ईकाईयां इस प्रकार हैं-
- 10 Millimeter = 1 Centimeter
- 10 Centimeter = 1 Decimeter
- 10 Decimeter = 1 Meter
- 10 Meter = 1 Dekameter
- 10 Dekameter = 1 Hectometer (= 100 Meter)
- 10 Hectometer = 1 Kilometer ( = 1000 Meter)
इसी तरह भार वाली ईकाईयों को मापने के लिए Meter की जगह Gram और मात्रा वाली ईकाईयों को लिए Liter उपयोग होगा। इसके लिए फ्रांस के वैज्ञानिकों ने हर ईकाई को मापने के लिए ऐसा नाम दिया था, जिससे उसकी वेल्यु को असानी से पहचाना जा सकता है। इसलिए जब हजार वाली ईकाई का मापा जाता है तो उसके लिए ‘Kilo’ शब्द को ही चुना गया था। इसलिए हजार रूपये को “k” की संज्ञा दी गई है।