मुर्गों को तो आपने आमतौर पर देखा ही होगा, पर क्या आप किसी ऐसे मुर्गे के बारे में जानते हैं जिसके लिए सरकार ने बकायदा मोबाइल एप बनाई हुई है। आज हम आपको एक ऐसे ही मुर्गे के बारे में यहां जानकारी दे रहें हैं। सबसे पहले आपको बता दें कि इस मुर्गे का नाम कड़कनाथ है। कुछ समय से इस मुर्गे के ऊपर छत्तीसगढ़ तथा मध्य प्रदेश सरकार में जद्दोजहद चल रही थी। हाल ही में इस जद्दोजहद में मध्य प्रदेश को जीत मिल गई है। भौगोलिक संकेतक पंजीयन कार्यालय चेन्न्ई ने इस मामले का फैसला मध्य प्रदेश के हक में सुना दिया है।
इस जीत के बाद यह मुर्गा मध्य प्रदेश सरकार के अधिकार क्षेत्र में आ चुका है। अभी इस मामले में मध्य प्रदेश सरकार को अनौपचारिक तौर सूचना दे दी गई है, पर कुछ ही समय बाद इसकी आधिकारिक घोषणा भी कर दी जाएंगी। सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस अवसर पर ही एमपी के सहकारिता विभाग ने “मध्य प्रदेश कड़कनाथ” मोबाइल एप भी लांच कर दी है। इस प्रकार से देखा जाएं तो यह मुर्गा देश का एकमात्र ऐसा मुर्गा है जिसके नाम पर सरकार ने मोबाइल एप लांच की है।
यह है कड़कनाथ की विशेषता
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असल में इस मुर्गे में कई विशेषताएं हैं। जिस कारण यह काफी फेमस हुआ है। सबसे पहले तो हम आपको बता दें कि इस मुर्गे के मीट में कॉलेस्ट्राल की मात्रा दूसरे मुर्गों की अपेक्षा काफी कम पाई जाती है। इसके अलावा इस मुर्गे की हड्डियां तथा मांस ही नहीं बल्कि खून भी काला होता है। इसके मीट में प्रोटीन भी अन्य मुर्गों के मीट से ज्यादा पाया जाता है तथा चर्बी की मात्रा बेहद कम होती है।
जारी की मोबाइल एप
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एमपी के सहकारिता विभाग ने इस मुर्गे के लिए एक खास ऐप भी लांच की है। इस एप का नाम “मध्य प्रदेश कड़कनाथ” एप है। इस एप के मेन्यू पर ही समिति का मोबाइल नंबर तथा ईमेल का पता लिखा मिलता है। इसके अलावा उत्पादन की जानकारी भी दी गई है। इस एप की सहायता से कोई भी व्यक्ति समितियों से ऑनलाइन कड़कनाथ मुर्गा खरीदने के लिए ऑर्डर दे सकता है। एप लांच के समय यह भी बताया गया कि भविष्य में ऑनलाइन के अलावा फ्री होम डिलीवरी जैसी सुविधा भी प्रदान की जाएगी।