आज से पहले स्कूल के बच्चों को सरकार द्वारा ही साईकिल देते हुए देखा गया हैं, पर अब विद्यार्थियों को सरकार नहीं बल्कि गूगल साईकिल दे रहा हैं। सबसे पहले हम आपको बता दें कि यह खबर मध्य प्रदेश के जबलपुर से सामने आई हैं। खबर को विस्तार से समझाते हुए बता दें कि इस बार सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले 6वीं और 9वीं क्लास के विद्यार्थियों को सरपंच के कहने या सरकार की ओर से मुफ्त साईकिल नहीं मिलेगी।
अब छात्रों को साईकिल ‘गूगल एप’ दिलाएगा। ‘गूगल एप’ यह देखेगा कि गांव से स्कूल की दूरी आखिर कितनी हैं इस आधार पर ही छात्रों को साईकिले मिलेंगी। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश का शिक्षा विभाग इस बार ऐसा इसलिए कर रहा हैं ताकि साईकिल के वितरण में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो।
यह हैं प्लान –
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इस प्लान के तहत मध्य प्रदेश का शिक्षा विभाग गूगल एप में गांव से से स्कूल की दुरी को जीआईएस (ग्लोबल इन्फॉरमेंशन सिस्टम) से मैप करा कर उसको जीआईएस पोर्टल पर अपलोड कराएगा। इसके बाद स्कूल में पढ़ने आने वाले विद्यार्थियों के घर की स्कूल से दूरी देख कर सिर्फ पात्र छात्रों को ही साईकिल दी जाएगी।
अब स्कूल से जितनी साइकिलों की डिमांड भेजी जाएगी। उसके आधार पर ही छात्रों को साईकिल मिलेगी। साईकिल यह देख कर दी जाएगी कि जिस छात्र को वह दी जा रही हैं उसके घर तथा स्कूल में कितनी दूरी हैं।