खून से लथपथ पड़े एक बच्चे को अपनी ही बाहों में ले जाते समय इस शख्स को नहीं पता था कि जिस बच्चे वो बचाने जा रहा है वह उसी के कलेजे का टुकड़ा है, जो अब मौत की नींद सो चुका है। केरला के कोट्टायम की यह घटना काफी दिल दहला देने वाली थी।
यहां पर दो बच्चे ट्यूशन से अपने घर लौट रहे थे। तभी पीछे से एक बस ने दोनों बच्चों को ठोकर मार दी। जिससे दोनों बच्चों को काफी चोट आई। खून से लथपथ सड़क पर पड़े बच्चों को देख साजन नामक शख्स को दया आ गई और वह आस-पास के लोगों की मदद से उन्हें अस्पताल ले गए। तब तक एक बच्चे की मौत हो चुकी थी। इस दौरान साजन को जरा भी अंदाजा नहीं था कि उनकी गोद में दम तोड़ता बच्चा उनका अपना खून है।
अस्पताल पहुंचने पर साजन को समझ आया कि जिस बच्चे को वह अस्पताल लाए हैं वो उनका अपना ही 13 वर्षीय बेटा आकाश है, पर तब तक आकाश दम तोड़ चुका था। आकाश के दोस्त की हालत गंभीर बताई जा रही है। वहीं घटना के बाद बस का ड्राइवर वहां से फरार हो गया और गुस्साई भीड़ ने बस को आग लगाने की कोशिश की। मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को काबू कर किसी तरह से स्थिति को संभाला। फिलहाल अभी तक आरोपी ड्रार्इवर पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए स्पेशल टीम का गठन किया है।