मोदी जी का साक्षरता अभियान इतनी तीव्र गति से चल रहा है कि इंसान तो क्या अब जानवर भी साक्षर होने से पीछे नहीं हट रहें हैं। अब जानवरों को भी उनकी पढ़ाई को देखते हुए नौकरी पर रखा जाने लगा है। जी हां, ये बात बिल्कुल सच है आज हम बता रहें हैं इनकी पढ़ाई के बारें में…
जमशेदपुर केनेल क्लब में हर साल कई कुत्ते पोस्ट ग्रेजुएट करने के लिए आते हैं। कुत्तों को पोस्ट ग्रेजुएट की पढ़ाई पूरी करने के लिए कठिन परीक्षा देनी पड़ती हैं। देशभर से आए कुत्तों को डॉग शो चैंपियनशिप में हिस्सा लेकर सात लेवल की परीक्षाओं को पास करना होता है।
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जो कुत्ता सातवां लेवल सफलतापूर्वक क्रॉस कर जाता है उसे ही पोस्ट ग्रेजुएट का सर्टिफिकेट मिलता है। इस परिक्षा में परिक्षक के रूप में विदेशी विशेषज्ञ भी सम्मलित होते है। इस शो में हिस्सा लेने वाले कुत्तों को विशेष ट्रेनिंग दी जाती है। ट्रेनिंग के लेवल को सी 1 से लेकर सी 7 ग्रेड में बांटा गया है। सी-1 इंट्री लेवल है। चैंपियनशिप में किए जानें वाले प्रदर्शन के आधार पर सी-2 जूनियर, सी-3 सेकेंण्ड्री, सी- 4 हायर सेकेंण्ड्री, सी- 5 ग्रेजुएशन का और सी-6 को पोस्ट ग्रेजुएट का सर्टिफिकेट दिया जाता है। इसके बाद जो कुत्ते सी-7 तक के चरण को पार कर जाते है, तो उन्हें सबसे ज्यादा बुद्धिमान कुत्ते का खिताब दिया जाता है। जमशेदपुर केनेल क्लब के अनुसार अब तक इस क्लब के 22 कुत्तों ने पोस्ट ग्रेजुएट कर लिया है। ऐसे नस्ल के कुत्ते की मार्किट में काफी डिमांड होती है, इसे पाने के लोग मुंह मांगी कीमत देने को भी तैयार हो जाते हैं।