देखा जाए तो अपने देश में ऐसे कई स्थान हैं जिनको चमत्कारिक कहा जा सकता है और उनमें से ही एक ऐसे स्थान के बारे में हम आपको आज बता रहें हैं जिसके बारे में ऐसा कहा जाता है कि यहां मरा हुआ व्यक्ति भी जीवित हो उठता है, आइये जानते हैं इस स्थान के बारे में। लाखमाण्डल नामक ही यह स्थान है जहां ले जाने पर मृत व्यक्ति भी जीवित हो उठता है, यह उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से 28 किमी दूर है। यह स्थान यमुना नदी के तट से 4-5 किमी दूर बर्निगाड़ नामक एक स्थान पर बना है। इस स्थान पर एक गुफा है है जो की भगवान शिव के अवशेषों से ही भरी हुई है। इसके अलावा जब इस स्थान पर पुरातात्विक विभाग द्वारा खुदाई कराई गई थी तो इस स्थान पर असंख्य शिवलिंग पाए गए थे।
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इस स्थान के बारे में लोगों की मान्यता है कि लाक्षागृह के बचने के बाद में पांडव यहां आये थे और उस समय ही युधिष्ठर ने इस स्थान पर एक शिवलिंग स्थापना की थी, वह शिवलिंग आज भी यहां है और लोग आज उस शिवलिंग को ” महामण्डेश्वर” के नाम से जानते हैं। यहां एक अच्छा और सुन्दर मंदिर भी है जिसके मुख्य द्वार पर दो द्वारपालो की मूर्तियां हैं, जिनका चेहरा पश्चिम की ओर है।
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लोगों का ऐसा विश्वास है कि यदि कोई भी मृत व्यक्ति का शरीर मंदिर के द्वारपालों के सामने रख दें और मंदिर का पुजारी शव पर पवित्र जल छिड़क दें, तो मृत व्यक्ति की आत्मा पुनः उसके शरीर में वापस आ जाती है और वह व्यक्ति जीवित हो उठता है, पर व्यक्ति कुछ ही सेकेण्ड के लिए दोबारा जी उठता है न की हमेशा के लिए। जब वह व्यक्ति जीवित होता है तो उसके मुंह से भगवान का नाम निकलता है, फिर उसको गंगाजल पिलाया जाता है, इतना होने के बाद में वह व्यक्ति फिर से हमेशा के लिए चिरनिंद्रा में चला जाता है यानी मृत हो जाता है।