आप सोच सकते हैं कि किसी घर में शादी हो, चारों तरफ खुशियों का माहौल हो, बारात भी आ चुकी हो, पंडाल सज चुका हो, दो जिंदगियां अपनी नई पारी की शुरूआत करने जा रही हों, हाथों में वरमाला लिए दुल्हन भी स्टेज पर पहुंची चुकी हो, लेकिन क्या हो जब अचानक दूल्हे को देखते ही दुल्हन का पारा चढ़ जाए। उसके हाथों से वरमाला छूट जाए, पैरों तले ज़मीन खिसक जाए और वो शादी से इंकार कर दे। जरा सोचिए तब क्या हुई होगी उस मौके की स्थिति। आपको बता दें कि ये सब हुआ है झांसी जिले के सिजारी बम्हौरी गांव की एक शादी में, जहां दुल्हन ने दुल्हे को देखते ही उसे वरमाला डालने से इंकार कर दिया।
अब आप जरूर सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्यों हुआ तो बता दें कि दरअसल दुल्हन को दूल्हे की हाइट पसंद नहीं आयी। जिसके चलते उसने उससे शादी करने से इंकार कर दिया। वह अपनी सहेलियों के साथ काफी हंसी खुशी हाथों में वरमाला लिए, भविष्य के सपने संजोते हुए स्टेज तक पहुंची थी लेकिन दुल्हे की कम हाइट को देखते ही उसका पारा चढ़ गया। उसके शादी से मना करने पर चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई। परिवार वालों ने दुल्हन को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं मानी। वैसे अफरा-तफरी मचना भी लाजमी था क्योंकि ऐन वक्त पर शादी से इंकार करना दोनों परिवारों के लिए बेइज्जती की बात होती है।
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दुल्हन के ना मानने पर आपको जानकर हैरानी होगी कि गांव वालों ने एक ऐसा कदम उठाया जिसको हर इंसान सराहेगा। दरअसल इसके बाद ग्रामीणों ने जल्दबाजी में एक पंचायत बुलाई और गांव की इज्जत के लिए वर पक्ष के सामने एक गरीब परिवार की बेटी की शादी का प्रस्ताव रखा। इसके लिए पूरे गांव के लोगों ने चंदा इकट्ठा किया और शादी का खर्च भी उठाया। उस गरीब की बेटी की उस दूल्हे से शादी करवा दी गई। ग्रामीणों के मुताबिक अगर बारात बिना दुल्हन के ऐसे लौटती तो उनके साथ-साथ ये गांव के लिए भी काफी बदनामी की बात थी। ऐसे में ग्रामीणों द्वारा उठाया गया ये कदम काफी सराहनीय रहा। उन्होंने अपने गांव की इज्जत के लिए पैसे एकत्रित कर एक गरीब की बेटी का घर बसाने का काम किया।