आपने कई ऐसी फिल्में देखी ही होंगी जो की नाग-नागिन की प्रेम कहानियों पर बनी थी और काफी हिट भी हुई थी पर आज हम आपको नाग-नागिन की असली प्रेम कहानी के बारे में बता रहें हैं जो की आज एक मंदिर के रूप में जीवित है।
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यह थी घटना –
बताते हैं कि वर्ष 2015 में नाग-नागिन का एक जोड़ा ग्वालियर में स्थित ट्रांसपोर्ट नगर के गेट नंबर 1 से सड़क पार कर रहा था। इस दौरान नाग ट्रक के पहिये के नीचे आ गया, जिसके कारण उसकी मौत हो गई। इसके बाद नागिन भी नाग वाली जगह पर उसके वियोग में बैठ गई जिसके कारण आगरा-मुंबई राजमार्ग पर दोनों और काफी लंबा जाम लग गया। इसके बाद में सांप पकड़ने वालों की मदद से नागिन को वहां से हटवाया गया परंतु अगले दिन नागिन फिर से उस जगह पर आ गई और उसने भी अपनी जान दे दी। इसके बाद में लोगों ने नाग और नागिन के सच्चे प्रेम को देख कर उनका अंतिम संस्कार पूरे विधान से किया और नाग-नागिन के स्मारक के रूप में एक छोटा मंदिर भी लोगों ने बनाया, जिसमें नाग-नागिन की मूर्ति स्थापित कर दी।
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अंतिम संस्कार के बाद में लोगों ने उनके शरीर को गंगा में प्रवाहित कर दिया। वर्तमान में हर नागपंचमी पर इस मंदिर पर मेला लगता है और इन मंदिर पर हर आने-जाने वाला इंसान, चाहें वह हिन्दू हो या मुस्लिम या किसी अन्य धर्म का यहां पर अपना सिर झुका कर जाता है और सभी लोग इस मंदिर पर श्रद्धा रखते हैं।