किन्नरों से जुड़ी बातों में हमारे बड़े-बुजुर्गों के द्वारा कही जाने वाली बातों में आपने यह जरूर सुना होगा कि उनकी दुआ भली, बद्दुआ नहीं और इनकी दुआ पाने के लिए लोग उन्हें दान देना शुभ भी मानते हैं, पर क्या आपने सुना है कि इन लोगों के हाथ का बना भोजन नहीं करना चाहिए। जानें इसके बारे में प्रचलित मान्यता…
जी हां, वैसे तो हमारे धर्म-ग्रंथों में इनकी दुआओं को काफी असरदार बताया गया है। साथ ही यह भी कहा गया है कि इन्हें दान में कुछ देने से घर में तरक्की आती है, पर जहां कुछ बातें शुभता से जुड़ी है तो वहीं कुछ बातें अशुभता से भी संबंध रखती है। क्योंकि किन्नरों को दिया जाने वाला दान अच्छे और बुरे दोनों कारणों से दिया जाता है इसलिए इनके घर का बना भोजन हमारे लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
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गरुण पुराण के अनुसार जानते है कि किस तरह के लोगों के हाथ से बना भोजन और उनके घर का भोजन करना वर्जित होता है-
बताया जाता है कि असाध्य बीमारी से ग्रसित व्यक्ति के घर के बने भोजन को कभी भी नहीं करना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं तो आप भी उसी रोग के भागीदार बन सकते हैं।
- ब्याज पर लोग पैसे का लेन-देन करते हैं जिसमें हर गरीब की बद्दुआ लगी रहती है। इसीलिए यदि आप ब्याज पर पैसे देने वाले व्यक्ति के घर का भोजन ग्रहण करते है तो आपके हिस्से में भी उसके पाप का दोष आ सकता है।
- ऐसी महिला जो चरित्र के साथ अनैतिक कृत्यों में लिप्त हो, ऐसी महिलाओं के हाथ का भोजल ग्रहण करना मानों उसके किए पापों को अपने सिर पर लेने के बराबर माना जाता है।
- वहीं यदि आप किसी क्रोध वाले व्यक्ति के घर का भोजन ग्रहण करते हैं तो आपका मन-मस्तिष्क भी उसी के अनुसार क्रोध और आवेश की भावनाओं से दूषित वाला हो जाता है। इसलिए ऐसे दोषरहित व्यक्ति के घर का भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए।
- दूसरों की चीजों को झपटकर हत्याना या मन में हमेशा पाप बना रहना, अत्याचारी स्वभाव का व्यक्ति, कष्ट देने वाले, अनैतिक कार्य करने वाले जैसे लोगों के घर का भोजन कभी ग्रहण नही करना चाहिए इससे इसके पाप आपके सिप पर भी आ जाते है।