चुनाव के मैदान में प्रचार प्रसार के दौरान काफी गर्मा-गर्मी का माहौल देखने को मिल रहा है लोग इस मैदानी जंग की लड़ाई को जीतने के लिय़े एक दूसरे को गाली गलौच के साथ हाथ पैर तोड़ने की भी धमकी देते नजर आ रहे है और क्यो ना हो, भला ऐक नेता अपने लीडर को बदनाम होते हुए कैसे देख सकता है।
आज हम बात करें रहे एक ऐसे नेता की जिन्हें देख कर ‘शोले’ फिल्म का एक सीन याद आने लगा है जंहा पर गब्बर सिंह काली पहाड़ी पर खड़े होकर ठाकुर के दोनों हाथं खंभे से बांध देता हैं। और दहाड़ मारकर ठाकुर से कहता है- ‘बहुत जान है न इन हाथों में, ये हाथ हमको दे दे ठाकुर’ और फिर ठाकुर के दोनों हाथ काट देता है।
कुछ ऐसा ही सीन हमें एक मंच पर देखने को मिला। जहां पर हिमाचल प्रदेश के बीजेपी प्रेसिडेंट सतपाल सिंह सत्ती चुनाव प्रचार के मैदानी जंग में दहाड़मारते हुये नजर आ रहे है जिसमें वे जनसभा को संबोधित करते हुये मोदी विरोधियों को एक प्यार भरी गाली के साथ धमकी दे कर बोल रहे है कि- “मोदी जी की तरफ जो कोई भी उंगली उठाएगा तो हम लोग उसकी बाजू काट कर के हाथ में पकड़ा देंगे”
अरे बाप रे ये सती जी इस बात को समझ क्यो नही रहे है कि विरोधी पार्टी तो आपके लोगों के विरोध में तो बोलेगी ही। बाजू काट लेगें तो लोग वो फिर वोट कैसे करेगें।
शालीन प्रवृत्ति के इंसान
बैसे सतपाल सत्ती जी काफी शांत स्वभाव के इंसान हैं। गाली गलौज में बिल्कुल भरोसा नहीं करते। पर राजनीति के इस पड़ाव में गाली गलौच ना हो, तो वो नेता कैसा। इसलिये उन्हें एक गंभीर नेता बनने का अवसर मिला तो वो फिर कैसे खो दें। इसलिये उन्हें अपनी गुडंई सबके सामने दिखाने पड़ी।
सत्ती जी ने मंच से जिस शब्द का प्रयोग किया था, उसमें मां की गाली सबसे पहले नं. पर थी। वो भी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए। लेकिन उनका मानना है ये शब्द उनके नहीं थे। वे भाजपा के समर्थन में जनता की अवाज को काफी भारी मन से मंच में अभिव्यक्त कर रहे थे। अब उनकी चलाकी तो देखो, पहले डिस्क्लेमर दे दिया। और जब भारी पड़ने लगा तो बाद में सफाई भी दे दी। अब वह अपनी सफाई में लोगों से कहते फिर रहे है कि एक देश के प्रधानमंत्री को कोई ‘चोर कहेगा’। तो हम शांत कैसे रहेगें, उन्हें भी सुनना पड़ेगा।