तेज रफतार के साथ भागती हुई लोगों को कम समय में बड़ी ही असानी के साथ पंहुचाने वाली दिल्ली मेट्रो ट्रेन की जब भी बात आती है तो हर किसी के मुंह से एक ही शब्द निकलता है कि दिल्ली मेट्रो यहां के लोगों के लिये एक लाइफ लाइन है।
दिल्ली मेट्रो की बात करें, तो आज के समय में यह न्यूयॉर्क के बाद सबसे तेज और बिज़ी नेटवर्कस मे से एक है जो अपने आप में एक अनोखा रिकॉर्ड है लेकिन अभी हाल ही में दिल्ली मेट्रो ने दूसरा नया रिकॉर्ड बनाया है।
पिंक लाइन का बना नया “आश्रम मेट्रो स्टेशन” पूरी दुनिया में अब तक का सबसे छोटा मेट्रो स्टेशन बन गया है। इस स्टेशन की लंबाई 151.6 मीटर है। जबकि बाकी मेट्रो स्टेशन की एवरेज लंबाई 265 मी. के आसपास होती है। ये मेट्रो स्टेशन पिंक लाइन के सभी मेट्रो स्टेशन की तरह काफ़ी अच्छा और सुंदर बनाया गया है।
इस मेट्रो स्टेशन की थीम ‘मां और उसका बच्चा’ के नाम से बनी है। जिसे मेट्रो वालों ने काफ़ी ख़ूबसूरती से पोट्रे किया है।बताया जाता है कि इस मेट्रो स्टेशन को सबसे छोटा बनाने की वजह एक ऐसी प्राइवेट प्रॉपर्टी थी जिसके लिए डीएमआरसी ने काफ़ी जंग लड़ी है और ज़मीन मिलने में काफ़ी दिक्कतें आने के कारण उस जमीन को मेट्रो के लिए इस्तेमाल नहीं कर पा रहे थे. 2 साल तक कोर्ट केस लड़ने के बाद ये सॉल्युशन निकाला गया कि मेट्रो स्टेशन को अब छोटा बना देते हैं। इसलिए ये मेट्रो स्टेशन बाकी सभी मेट्रो स्टेशन की तुलना में काफ़ी छोटा है।
रेल आधिकारियों के मुताबिक ये मेट्रो स्टेशन दुनिया के लिए एक फ़ेमस मॉडल की तरह काम करे। इससे पहले “भीकाजी गामा” दिल्ली का सबसे छोटा मेट्रो स्टेशन था। जिसकी लंबाई 225.5 मीटर थी।
इस मेट्रो स्टेशन में बाहर निकलने के 3 रास्ते बनाए गए हैं। जिसमें एक रास्ता NAFED की ओर,दूसरा रास्ता मथुरा रोड का फ़ायर स्टेशन और तीसरा रास्ता CSIR अपार्टमेंट के लिए निकलेगा।