भले ही ऐसा कहा जाता हो कि यह दुनिया बड़ी स्वार्थी है, लेकिन आज भी दुनिया में दूसरों का भला सोचने वालों की कमी नहीं है। आज भी हमें अपने आस-पास ऐसे कई लोग मिलते हैं जो अपने साथ-साथ दूसरों के भले के बारे में भी सोचते हैं। कुछ ऐसा ही किया है गुजरात के वडोदरा में रहने वाले 85 साल के प्रसिद्ध कलाकार जेराम पटेल ने। जेराम ने अपने घर के नौकर डाह्याभाई को उनकी निष्ठा और मेहनत से खुश होकर 1 करोड़ रुपए दिए हैं।
दरअसल जेराम ने दिल्ली के ‘किरण नादर म्यूजियम ऑफ आर्ट’ में अपने द्वारा बनाई गई 250 कलाकृतियां बेची हैं। उनकी यह सारी कलाकृतियां छह करोड़ रुपए में बिकी। उनकी यह डील करीब एक हफ्ते पहले ही हुई थी। जिसके बाद इस डील से प्राप्त छह करोड़ रुपए में से जेराम ने 1 करोड़ रुपए अपने नौकर डाह्याभाई को दे दिए। ऐसा बताया जा रहा है कि डाह्याभाई ने जेराम की सालों पुरानी पेंटिग्स को अच्छे से संभाल कर रखा था।
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एक करोड़ रुपए मिलने पर क्या कहा डाह्याभाई ने-
जेराम ने कहा कि उन्होंने यह डील अपनी कला को लोगों तक पहुंचाने के लिए ही म्यूजियम में प्रदर्शित की थी। वहीं, इस बारे में डाह्याभाई ने कहा कि दादा (जेराम) उनकी सेवा की कद्र करते हैं। इसलिए उन्होंने इतनी बड़ी रकम उन्हें दी है। डाह्याभाई ने बताया कि जेराम ने 1 करोड़ रुपए की रकम उनके बैंक अकाउंट में जमा करवा दी है। डाह्याभाई ने बताया कि वह इन पैसों का उपयोग अपने बच्चों की पढ़ाई में केरेंगे।
फायदे-नुकसान से फर्क नहीं पड़ता-
जेराम ने बताया कि अगर वह इन कलाकृतियों को बाजार की कीमतों पर बेचते तो उन्हें इनकी 25 करोड़ तक कीमत मिलती। उन्होंने कहा कि अब उनकी काफी उम्र हो चुकी है, उन्हें अब फायदे या नुकसान से कोई भी फर्क नहीं पड़ता। जेराम ने कहा उनकी कला लोगों के बीच पहुंचे, इसलिए उन्होंने इन कलाकृतियों को बेचने का फैसला लिया।