इस शहर के सभी लोगों ने की एक साथ आत्महत्या, जानें इसके बारे में

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आत्महत्या की कई घटनाएं आपने देखी ही होंगी, पर क्या आप जानते हैं कि एक जगह ऐसी भी है जहां पर पूरे शहर के लोगों ने एक साथ की थी आत्महत्या। जी हां, आज हम आपको एक ऐसे शहर के बारे में जानकारी देने जा रहें हैं, जहां के लोगों ने एक साथ आत्महत्या कर सारी दुनिया को हिला डाला था। आइए जानते है यहां के लोगों द्वारा एक साथ आत्महत्या करने की वजह के बारे में।

यह घटना अमेरिका के शहर “गुयाना” की है, यह शहर साउथ अमेरिका में पड़ता है। यहां के लोगों ने एक साथ आत्महत्या कर के सारी दुनिया को हिला डाला था और इस घटना के पीछे था “जिम जोंस” नामक का एक व्यक्ति। जानकारी के लिए आपको यह बता दें कि यह व्यक्ति कम्युनिस्ट विचारधारा का व्यक्ति था और खुद को लोगों से “मसीहा” कहता था, इस व्यक्ति ने 1956 में “पीपुल्स टेम्पल” नामक एक चर्च की स्थापना की थी, जिसका मकसद लोगों की सहायता करना था, धीरे-धीरे लोग जिम नामक इस व्यक्ति से जुड़े और इस व्यक्ति के पीछे एक बड़ा जन सैलाब इक्कठा हो गया।

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पीपुल्स टेम्पल नमक यह चर्च जिम ने कैलिफोर्निया में बनाया था, परंतु उसके विचार अमेरिका की सरकार से अलग थे, इसलिए उसने अपना यह चर्च साऊथ अमेरिका के गुयाना में शिफ्ट कर डाला। चर्च शिफ्ट होने के बाद में जिम के अनुयायी भी वहीं चले गए पर उनको वहां जाकर पता लगा कि जिम जो अपने बारे में कहता है वह वास्तव में हैं ही नहीं, वहां बहुत से लोगों से घंटों काम लिया जाता था। अमेरिका की सरकार ने वहां से लोगों को निकालने की कोशिश की पर जिम ने इसको अमेरिकी सरकार की क्रूरता का नाम देकर सभी से एक साथ आत्महत्या करने को कहा, जिम ने एक सभा आयोजित कर अपने सभी अनुयायियों को बुलाया और सभी को जहर दिया, जिसके बाद बहुत से लोगों ने उस जहर को पी लिया, पर जिन्होंने नहीं पिया उनको जबरन वह जहर पिला दिया गया। जिसके बाद में यह सभी लोग एक साथ मर गए थे।

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इस सामूहिक आत्महत्या में 918 लोग शामिल थे। जिसमें 276 बच्चे भी थे, यह घटना साऊथ अमेरिका के गुयाना में 18 नवंबर 1978 को घटी थी, जिसने सारे विश्व को झंकझोंर दिया था। इन सभी लोगों में एक बॉडी जिम जोंस की भी थी, जिसके सिर पर गोली लगी हुई थी, पर अभी तक कोई यह नहीं जान पाया कि जोंस ने खुद ही आत्महत्या की थी या किसी अन्य ने उसको मारा था।

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किसी भी लेखक का संसार उसके विचार होते है, जिन्हे वो कागज़ पर कलम के माध्यम से प्रगट करता है। मुझे पढ़ना ही मुझे जानना है। श्री= [प्रेम,शांति, ऐश्वर्यता]

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