सपने हालांकि काल्पनिक ही कहें जाते हैं, माना जाता है कि सपनों के पीछे हमारे विचार ही रहते हैं जो की हमारे मस्तिष्क में कहीं न कहीं दबे रहते हैं और समय आने पर उभर आते हैं तथा विचित्र प्रकार के दृश्य दिखाते हैं पर देखने में यह भी आया है कुछ सपने कभी-कभी सत्य को भी प्रकट करते हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही सपने की घटना को बता रहें हैं जो की हालही में सामने आई है, यह घटना हालांकि सपने में ही एक महिला के साथ घटित हुई थी, पर यह काफी चमत्कारिक साबित हुई है, आइये जानते हैं इस घटना के बारे में।
यह घटना मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के सेमल्या चाऊ नामक गांव की है, जो की जिले से करीब 20 किमी दूरी पर है। इंदौर में रहने वाली सीमा रावत को एक अजीब सपना दिखा था, जिसके बाद ही यह सारी घटना प्रकाश में आई है, सीमा ने सपने में देखा कि सेमल्या चाऊ नामक गांव में एक जमीन के अंदर देवी की एक प्रतिमा दबी हुई है और वह प्रतिमा उसको बुला रही है, इस सपने को सीमा ने अपना वहम ही माना और इसको भुला दिया, पर यही सपना उसको दोबारा दिखा, जिसके कारण सीमा के मन में शंका पैदा हुई और अपनी इसी शंका को दूर करने के लिए सीमा सेमल्या चाऊ गांव में उस स्थान पर पहुंच गई और खुदाई का कार्य शुरू करा दिया। खुदाई के समय उस स्थान पर काफी लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई और जब खुदाई के दौरान उस स्थान में देवी प्रतिमा निकली तो सभी लोग हैरान हो गए, यह बात आसपास के गांवों में भी आग की तरह फैल गई। जिसके कारण बहुत बड़ी संख्या में लोग इस प्रतिमा को देखने के लिए आने लगें। यह प्रतिमा करीब 500 साल पुरानी बताई जा रही है और इस पर हाथ के पंजे तथा शेर एवं नाग-नागिन का जोड़ा भी बना हुआ है। गांव में अब मंदिर की स्थापना कर दी है और यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि यह मंदिर काफी चमत्कारिक और रहस्यों से भरा हुआ है, कई बार लोगों को मंदिर के आसपास में मशालें जलती हुई नजर आती हैं, पर पास जानें पर कुछ नहीं दिखाई देता है। इस मंदिर में अब काफी लोग आने लगें हैं।