बड़े बुजुर्गों ने सही ही कहा है कि पूत के पैर पालने में ही नजर आ जाते है। और इस कहावत को सच करने वाला कारनामा जयपुर के एक छोटे से शहर में देखने को मिला। जिसमें एक बच्चे ने अपनी काबलियत और हुनर से जयपुर का ही नहीं पूरे देश का ना रोशन कर एक अद्भुत मिसाल कायम की है।
जयपुर शहर में रहने वाला आभास शर्मा ने मात्र 12 साल की उम्र में ही 12वीं की परीक्षा पास की है और ऐसा करके आभास सबसे कम उम्र में ऐसा कारनामा करने वाला पहला छात्र बन गया है। आभास ने केवल 12वीं कक्षा की परीक्षा पास कि बल्कि 600 नंबर में से 325 नंबर लाकर प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
बता दें कि इस होनहार छात्र के पिता सचिन शर्मा का अपना एक स्कूल भी है जो राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त है और इसी स्कूल में पढ़ाई करते हुये कक्षा पहली में ही अपने हुनर का जलवा ऐसा दिखाया कि सीधे जंप कर 5वी में गये।
10 साल में 10वीं की और 12 साल में 12 वीं परीक्षा पास कर वो सबसे कम उम्र वाले पहले स्टूडेंट बन चुके हैं। अब उनकी अगली सीढ़ी डॉक्टर बनने की है।
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डॉक्टर बनने और एमबीबीएस करने में हैं कई पचड़े…
आभास समय से पहले ही इतनी ऊंची उड़ान भर चुके है कि अब उन्हे AIPMT/NEET की परीक्षा देने में उम्र का बाधाओं का सामना कर पड़ सकता है। क्योंकि इस परीक्षा के लिए न्यूनतम उम्र 17 साल मांगी जाती है और वे इस तय उम्र सीमा से 5 साल पीछे हैं, ऐसे में उनके परिवार वाले कानून का दरवाजा खटखटाने की सोच रहे है।
MBBS करने से पहले कर सकते हैं ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन…
वैसे तो आभास की अद्भुत योग्यता को देखकर उनके माता-पिता हर संभव कोशिश कर रहे हैं कि वह AIPMT/NEET की एंट्रेंस परीक्षा देकर MBBS में एडमिशन लें यदि यह नहीं हो पाता है तो वे पास ही एक कॉलेज में एडमिशन कराकर ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन करायेगें।