देश में आज भी कई प्रतिभाएं ऐसी हैं जो अपने टैलेंट का लौहा विदेशों में भी मनवा कर देश का नाम रोशन कर रही हैं। जयपुर में रहने वाले यथांश कुलश्रेष्ठ ने ऐसा ही काम कर दिखाया है। देश के इस लाल ने ग्यारहवीं कक्षा में पढ़तें हुए गूगल के चैलेंज को स्वीकार किया और उन्होंने दुनियाभर के 98 देशों के छात्रों को पछाड़ दिया।
भारत के स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र भी अपने देश का नाम रोशन करने के लिए अपनी हर संभव कोशिश करते है। ग्याहरवीं में पढ़ने वाले यथांश ने गूगल के चैलेंज को स्वीकार करते हुए अपने विशेष टैलेंट से दुनिया के कई देशों के छात्रों को पीछे छोड़ दिया। गूगल ने अतंर्राष्ट्रिय स्तर इस प्रतियोगिता को आयोजित किया गया था। गूगल इस प्रतियोगिता में छात्रों को सॉफ्टवेयर बनाने के लिए कोडि़ंग करने को कहता है। साथ ही इस कोडि़ंग को पूरा करने के लिए निश्चित समय अवधि भी दी जाती है। गूगल की यह प्रतियोगिता 49 दिन लंबी होती है। यह प्रतियोगिता 25 जनवरी को खत्म हुई थी। अब इस प्रतियोगिता का परिणाम घोषित कर दिया गया है। इसमें दुनिया भर के 2700 कंप्यूटर सांइस विषय पढ़ने वालें छात्रों को शामिल किया गया था। जयपुर के कुलश्रेष्ठ ने इस प्रतियोगिता को पहले भी जीता हैं। कुलश्रेष्ठ को जून 2016 में पुरस्कार लेने के लिए गूगल के हैडक्वार्टर कैलिफोर्निया में बुलाया गया है।