सऊदी के नागरिकों की ओर से मदीने की मस्जिद-ए-नबवी में लगे एक बल्ब की तस्वीर को शेयर किया गया है, जो 1325 हिजरी में मस्जिद-ए- नबवी में लगा था। यह बल्ब 100 से ज्यादा साल पुराना बताया जा रहा है। सोशल मीडिया पर इस बल्ब की तस्वीर का क्रेज काफी ज्यादा दिखाई पड़ रहा है। यह फोटो बड़ी संख्या में वायरल हो रही है।
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इस बल्ब को उस समय का बताया जा रहा है जिस समय सऊदी अरब में बिजली नई-नई पहुंची थी। हालांकि कई लोग इस बल्ब की तस्वीर को लेकर कई प्रकार के दावे कर रहे हैं, पर असल बात वहीं तक सीमित है जो कि बल्ब के स्टीकर पर लिखी गई है। इस स्टीकर के ऊपर लिखे शब्दों के संबंध में मदीना नगर निगम ने भी पुष्टि की है। मदीना नगर निगम ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि इस बल्ब के ऊपर चिपके स्टीकर में लिखा है कि “ये बल्ब तभी का है जब सऊदी अरब में बिजली आई थी। सऊदी अरब में 112 साल पहले बिजली का उपयोग शुरू हुआ था और सबसे पहले मदीना की मस्जिद नबवी में बिजली पहुंचाई गयी थी।”
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मदीना नगर निगम की वेबसाइट में इस बारे में और भी जानकारी मुहैया कराई गई है। साइट पर लिखा है कि “शाबान की 25वीं तारीख़ को 1326 हिजरी में मस्जिद-ए-नबवी बिजली से रोशन हुआ था। उससे पहले रोशनी के लिये तेल के दिये लगाए जाते थे।” इस प्रकार से देखा जाए तो यह पहला बल्ब है जिसने सऊदी अरब में रोशनी की है। शायद यही कारण है कि इस बल्ब की तस्वीर काफी वायरल की जा रही है और चूंकि यह बल्ब मस्जिद-ए-नबवी में लगा था इसलिए इसके प्रति लोगों का भावनात्मक लगाव पैदा होना आम है।
