दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में कई अजीब परंपराएं तथा प्रथाएं हैं और इन्हीं में से एक के बारे में आज हम आपको बता रहें हैं, जिसमे महिलाएं पुरुषों से मार खा कर गर्व महसूस करती हैं। जी हां आज हम आपको एक ऐसी प्रथा के बारे में जानकारी देने जा रहें हैं, जिसमें महिलाएं पुरुषों से मार खा कर गर्व महसूस करती हैं। यह प्रथा एक आदिवासी क्षेत्र में पाई जाती है और आदिवासी जनजाति में इस प्रथा को काफी समय में जारी रखा हुआ है। इस क्षेत्र का नाम इथोपिया है। यहां की हैमर जनजाति के लोगों ने इस प्रथा को काफी समय से जारी रखा हुआ है और आज भी यह वैसे ही चल आ रही है।
Image Source:
एरिक नामक एक फोटोग्राफर ने इस जनजाति की अनेक प्रथाओं को अपने कैमरे में कैद किया है, हालांकि वर्तमान में यह जनजाति तेजी से विलुप्त होती जा रही है। यह जनजाति एक बड़ा समारोह मनाती है, जिसको “कैटल जंपिंग सेरेमनी” कहा जाता है। इसमें 15 गायों को एक साथ खड़ा किया जाता है और इनको एक युवक द्वारा कूद कर पार करना होता है पर यदि युवक इस कार्य में फेल हो जाता है तो उसकी शादी नहीं होती है, साथ ही सभी महिलाएं उसको पिटती हैं और इसके बाद में लड़के के पक्ष वाली महिला की भी पिटाई उस समय तक की जाती है जब तक उनके शरीर से खून नहीं निकल जाता। पीटने वाली इस महिलाओं की पिटाई करने वाला एक पुरुष संघठन भी इस जनजाति में होता है, जिसको “माजा” कहा जाता है। जो महिलाएं पिटाई के दौरान मार खाने से रह जाती है वह इस “माजा” नामक संघठन से पिटाई की गुहार लगाती हैं। पिटाई की यह रस्म मात्र इस समारोह तक सीमित नहीं है, बल्कि इन महिलाओं को उस समय तक मारा जाता है जब तक उनके बच्चे न हो जाएं। हैमर समाज इस प्रथा को गलत नहीं मानता, साथ ही महिलाएं भी मार खा कर गर्व का अनुभव करती हैं और कहती हैं कि मार खाने से उनको हिम्मत मिलती है तथा वे अपने परिवार की सभी जिम्मेदारियों को मजबूती के साथ पूरा करती हैं।