शादी के दौर में वैसे तो सभी लोग अपने कपड़े काफी रिसर्च के बाद ही खरीदते हैं, पर यदि बात दुल्हन की हो तो यह रिसर्च और भी गहरी हो जाती है। आज हम आपको जिस किस्से के बारे में यहां बता रहें हैं वह दिल्ली का है। कहा जाता है कि यह शहर दिलवालों का है पर शायद ये शब्द अब एक जुमला बन कर ही रह गया हैं, क्योंकि अब यहां पर धोखाधड़ी भी लोग दिल से ही करने लगें हैं।
आपको हम बता दें कि एक महिला ने दिल्ली से अपनी शादी की शॉपिंग की थी और इसी क्रम में उसने अपनी शादी के लिए लहंगा भी यहीं से खरीदा था, पर जब दुल्हन को पता लगा कि उसका खरीदा लहंगा 2 इंच छोटा है तब उसने कुछ ऐसा किया कि दुकानदार को 8 वर्ष तक कोर्ट के चक्कर लगाने पड़े। आइए अब आपको विस्तार से बताते हैं इस पूरे मामले को।
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यह मामला है सन 2008 का। उत्तरी दिल्ली की रहने वाली एक लड़की अपनी शादी के लिए ही लहंगा लेने के लिए बाजार गई थी। एक दुकान पर उसने लहंगा पसंद भी कर लिया, पर वह 2 इंच छोटा निकला। इस पर दुकानदार ने तय तारीख से पहले लड़की के घर पर लहंगे की कमी को दूर करके पहुंचाने का वायदा किया। समय पर दुकानदार की ओर से लहंगे को लड़की के घर पंहुचा भी दिया गया, पर जब लड़की ने उसको ट्राई किया तब भी उसमें वो सभी कमियां थी, जो कि पहले भी थी।
इस बात की शिकायत जब लड़की ने दुकानदार से की तब दुकानदार की ओर से कोई जवाब नहीं आया। शादी नजदीक थी तो लड़की ने बिना किसी इच्छा के दुल्हन के रूप में उस लहंगे को पहन तो लिया पर दुकानदार को सबक सिखाने की ठान ली। दुल्हन बनी इस लड़की ने शादी के बाद दिल्ली राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग में अपनी शिकायत दर्ज करवाई। यह केस 8 वर्ष तक चला और 8 वर्ष बाद लड़की अपनी इस लड़ाई को जीत गई। लड़की को लहंगे की कीमत के साथ 50 हजार रुपए अलग से दुकानदार को देने पड़े। इस प्रकार से महज 2 इंच छोटा लहंगा देने पर दुकानदार को 8 वर्ष तक चक्कर लगाने पड़े।