अमूमन हर व्यक्ति अपने जीवन में एक बार ही सही पर रेल यात्रा अवश्य करता है। मध्यम और लंबी दूरी के लिए रेल सफर करना ही सबसे बेहतर विकल्प होता है, लेकिन क्या आपको मालूम है कि रेल में यात्रा करते समय आप जिस कंबल को ओढ़ रहे हैं वो कंबल ही आपको बीमार कर सकता है। रेल राज्य मंत्री ने राज्यसभा के क्योश्चन ऑवर में बताया कि यात्रियों को यात्रा के दौरान जो कंबल मिलता है वो दो महीनों में एक बार ही धुलता है।
रेल बजट आने के एक दिन बाद ही रेलवे की चाकचौबंद सुविधाओं की कलई रेलवे के ही राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने खोल दी है। राज्सभा के क्योश्चन ऑवर में रेल यात्रा में मिलने वाले कंबल की साफ सफाई के विषय में प्रश्न किया गया। जिस पर रेलवे के राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने जवाब दिया कि यह कंबल दो महीनों में धोया जाता है।
अब गौर करने वाली बात यह है कि दो महिनों में एक बार धुलने वाले इस कंबल को हर रोज कोई न कोई जरूर ओढ़ता ही होगा। ऐसे में अगर कोई बीमार व्यक्ति इसे ओढ़ता है तो आपको भी उसकी बीमारी आसानी से हो सकती है, क्योंकि विशेषज्ञों का भी कहना है कि करीब साठ से सत्तर प्रतिशत मामलों में बीमारियां संक्रमण के कारण ही फैलती हैं। वहीं, आपको बता दें कि एसी कोच में यात्रा करने पर यात्रा के किराए में बिस्तर का भी किराया जोड़ा जाता है।
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रेलवे राज्यमंत्री के इस बयान पर राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी ने भी कहा कि इससे तो अच्छा होगा कि लोग अपने घर से ही बिस्तरा लाएं। इस पर रेलवे राज्य मंत्री ने कहा कि रेलवे ने 41 लॉन्ड्रीज को स्थापित किया हुआ है। जिनमें चादर, तकिए और कंबलों को धोया जाता है। वहीं, आने वाले समय में करीब 25 और लॉन्ड्रीज को लगाया जाएगा,
लेकिन इन सभी के बीच आप भी अगर रेल यात्रा में कंबलों का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आगे से इन्हें इस्तेमाल करने से पहले सजगता जरूर बरतें, नहीं तो आपको भी बीमार होना पड़ सकता है।