रहस्यमय पर्वत – सूर्योदय होते ही सोने में बदल जाता है यह पर्वत और बन जाता है प्राकृतिक ॐ

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दुनिया में ऐसे कई स्थान हैं जो अपने आप में बहुत अद्भुत हैं और यह लोगों के लिए आज भी रहस्य बने हुए हैं। लेकिन आज भी कई लोग इन स्थानों में काफी श्रद्धा रखते हैं और यहां पर आते-जाते रहते हैं। आज हम आपको ऐसे ही एक स्थान के बारे में जानकारी दे रहें हैं क्योंकि यह स्थान एक ऐसा स्थान है जहां का नाम सुनते ही लोग का मन इस स्थान पर जाने को करने लगता हैं, यह स्थान हिंदू धर्म में भी अपनी बड़ी धार्मिक मान्यता रखता है, पर बात सिर्फ इतनी ही नहीं है, असल में यह स्थान अपने आप में कई बड़े रहस्य छिपाए हुए है। जिसके कारण आज हम आपको इसकी जानकारी दे रहें हैं। आपको हम बता दें कि हिंदू धर्म में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखने वाला यह स्थान “कैलाश मानसरोवर” कहलाता है।

1. विभिन्न धर्मों का स्थान

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कैलाश मानसरोवर को भगवान शिव का मुख्य स्थान माना जाता है और प्रतिवर्ष यहां की यात्रा के लिए भारत सरकार की ओर से विज्ञप्ति जारी की जाती है। यहां पहुंचने के लिए यात्रियों को भारत से चीन की सीमा में प्रवेश करना होता है। यह यात्रा लगभग एक महीने की होती है, जो अत्यंत कठोर होती है। कैलाश मानसरोवर की विशेषता है कि यह मात्र हिंदू धर्म का ही नहीं, बल्कि दुनिया के चारों धर्मों का केंद्र है। आपको बता दें कि कैलाश हिंदू धर्म के अलावा बौद्ध धर्म, तिब्बती बौद्ध लोग तथा जैन धर्म का भी तीर्थ स्थान है।

बौद्ध धर्म के लोग कैलाश पर्वत पर “मणिपद्मा तथा बुद्ध” का निवास मानते हैं, वहीं दूसरी ओर इस स्थान को हिंदू भगवान शिव का स्थान मानते हैं तथा जैन धर्म में मान्यता है कि आदिनाथ ऋषभदेव ने इस कैलाश पर्वत पर ही निर्वाण प्राप्त किया था। अतः यह उनका निर्वाण स्थल है। सिख धर्म के कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि इस स्थान पर रुककर गुरु नानक देव ने कुछ समय ध्यान किया था, इसलिए सिक्ख धर्म के लोग भी इस स्थान को पवित्र मानते हैं।

2. सोने का पर्वत तथा प्राकृतिक ॐ

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कैलाश मानसरोवर नामक इस स्थान पर जब यात्री पहुंचते हैं तो सूर्योदय के समय यहां का नजारा कुछ ऐसा होता है, जिसको शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। सूर्य की पहली किरण पड़ते ही यह पर्वत शुद्ध सोने के रंग का हो जाता है और यह नजारा देखने वाला होता है। उस समय ऐसा लगता है कि जैसे यह पर्वत सोने में परिवर्तित हो गया हो और इसी के साथ में आपको कैलाश की यात्रा के दौरान होते हैं “ॐ पर्वत” के दर्शन। यह ॐ पर्वत काफी विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है जिसमें प्राकृतिक रूप से बने ॐ को आप देख सकते हैं। इस स्थान से ही आपको कैलाश की दिव्यता का बोध होना शुरू हो जाता है।

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3. प्रकाश और दिव्य ध्वनि का स्थान
कैलाश मानसरोवर का यह स्थान प्राचीन काल से बहुत ही रहस्यमय रहा है और आज भी आप यहां आकर इसकी रहस्यमयता का अनुभव कर सकते हैं। आप आज भी इस स्थान पर एक दिव्य प्रकाश को देख सकते हैं तथा यहां पर दिव्य ध्वनि तरंगों को सुन सकते हैं। जब यह दिव्य प्रकाश तथा ध्वनियां आपस में मिलती हैं तो यहां “ॐ” शब्द की ध्वनि प्रवाहित होती है।

आपको कैलाश पर्वत के बारे में हम यह भी बता दें कि इस पर्वत के पूर्व भाग को क्रिस्टल, पश्चिम को रूबी, उत्तर को स्वर्ण तथा दक्षिण को नीलम माना जाता है। देखा जाए तो कैलाश के अन्य भी बहुत से रहस्य हैं, जिनके बारे में लोग बहुत कम जानते हैं, पर असल में आप इसकी दिव्यता का अनुभव उस समय ही कर पाते हैं जब आप खुद वहां जाते हैं, तो बनाइए इस बार कैलाश मानसरोवर यात्रा का प्लान और अनुभव कीजिए इस स्थान की परम दिव्यता को।

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किसी भी लेखक का संसार उसके विचार होते है, जिन्हे वो कागज़ पर कलम के माध्यम से प्रगट करता है। मुझे पढ़ना ही मुझे जानना है। श्री= [प्रेम,शांति, ऐश्वर्यता]

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