बकरी की मौत पर दुखी हुआ पूरा गांव, मालिक ने की तेहरवीं

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इस बकरी को जीवन भर इतनी तवज्जों न मिली जितनी मरने के बाद में मिल रही है। चारों ओर इस बकरी की चर्चा है। जी हां, आज हम आपको एक बकरी की मृत्यु के बारे में जानकारी दे रहें हैं। यह बकरी थी तो आम बकरी ही, पर अब सोशल मीडिया पर इसकी खबरों ने इसको खास बना दिया है। जब यह बकरी जिंदा थी तब इसको इतनी इज्जत कभी नसीब नहीं हुई, जितनी अब “स्वर्गारोहण” के बाद मिल रही है। आइए हम आपको भी मुखातिब कराते हैं इस स्पेशल बकरी से।

असल में यह मामला उत्तर प्रदेश के मैनपुरी स्थित ‘तोलकपुर’ गांव से सामने आया है। इस गांव के निवासी महावीर सिंह उर्फ “बजरंगी” ने अपनी इस बकरी को बड़े ही लाड-प्यार से पाला था। बजरंगी इस बकरी को अपने बच्चे की तरह ही प्रेम करता था। हाल ही में इस बकरी की मृत्यु हो गई। इस वजह से बजरंगी और उनका परिवार काफी दुखी था।

बजरंगी ने कुछ विचार कर इस बकरी की आत्मा की शांति के लिए तेहरवीं का आयोजन किया। इस अवसर पर सभी लोगों को चिट्ठी छपवा कर आमंत्रित भी किया। इस कारण ही यह बकरी अब सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है। संभवतः यह दुनिया की पहली बकरी है जिसके मरने के बाद में उसकी तेहरवीं हो रही है। दुख की इस घड़ी में महावीर उर्फ बजरंगी भी काफी स्टारडम बटोर रहें हैं।

the whole village mourns over the death of a goatimage source:

आपको हम बता दें कि बकरी से जुड़ा यह पहला ऐसा मामला नहीं है जो अजीबो-गरीब है। बीते फरवरी 2017 को उत्तराखंड में बकरियों की शादी के लिए उनका स्वयंवर हुआ और इस अवसर पर तीन बकरियों ने अपने जीवन साथी को चुना। ‘दिलवाले बकरिया ले जाएंगे’ इस स्वयंवर का नाम था। बजरंगी ने अपनी बकरी की आत्मा की शांति के लिए भंडारा कराया तथा लोगों को कार्ड छपवा कर बांटे। यह कार्य बजरंगी के पशु प्रेम को दर्शाता है।

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किसी भी लेखक का संसार उसके विचार होते है, जिन्हे वो कागज़ पर कलम के माध्यम से प्रगट करता है। मुझे पढ़ना ही मुझे जानना है। श्री= [प्रेम,शांति, ऐश्वर्यता]

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