अपने देश वैसे तो भगवान गणेश के बहुत से मंदिर हैं लेकिन एक प्रतिमा ऐसी भी है। जिसका आकार प्रतिदिन बढ़ रहा है। आज हम आपको इस प्रतिमा के बारे में ही बता रहें हैं। भगवान गणेश की यह प्रतिमा सुप्तेश्वर गणपति मंदिर के पास स्थित है। यह मंदिर मध्यप्रदेश जबलपुर रतननगर में पहाड़ी पर स्थित है। यहां की भगवान गणेश की प्रतिमा प्रतिदिन बढ़ रही है और इसी के चलते यह स्थान भक्तों की आस्था का बड़ा केंद्र बन चुका है।
5 फिट बढ़ चुकी है यह प्रतिमा –
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स्थानीय लोगो का कहना है की पिछले 28 वर्ष में यह सुप्तेश्वर गणपति की प्रतिमा 5 फिट बढ़ चुकी है। जिस समय इस प्रतिमा की स्थापना की गई थी। उस समय यह प्रतिमा मात्र 20 फिट की थी और अब यह बढ़कर 25 फिट की हो चुकी है। इसके अलावा इस प्रतिमा की चोड़ाई 120 फिट हो चुकी है। लोगों का कहना यह भी है की 1989 में एक व्यक्ति को सपने में भगवान गणेश ने दर्शन दिए थे और कहा था की वे रतननगर की पहाड़ी पर विराजमान हैं। उस पहाड़ी पर मेरी प्रतिमा की स्थापना की जाए। इसके बाद जब लोग रतननगर की पहाड़ी पर पहुचें तो उनको वहां वास्तव में भगवान गणेश की आकृति मिली। उसके बाद उस स्थान पर उस स्वयंभू प्रतिमा की धूमधाम से स्थापना की गई।
भगवान कल्कि का माना जाता है अवतार –
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आपको बता दें की रतननगर की इस पहाड़ी पर एक गुफा भी है। लोगों की मान्यता है की इस गुफा में ही सुप्तेश्वर गणपति जी प्रकट हुए थे। यहां के स्थानीय लोग सुप्तेश्वर गणपति को भगवान कल्कि का 10 वां अवतार भी मानते हैं। इस मंदिर को देखने के लिए काफी दूर दूर से लोग आते हैं। जैसे जैसे प्रतिमा स्वरुप शिला बढ़ती जा रही है। उस पर नाक, आंख, सूंड आदि अंगों की आकृति स्पष्ट होती जा रही है। मंदिर के अंदर भगवान गणेश की छोटी प्रतिमा भी स्थित है। मंदिर में गणेश चतुर्दशी से अनंत चतुर्दशी तक कई कार्यक्रम चलते हैं। इस दौरान बहुत से भक्त बाहर के इलाकों से भी मंदिर में दर्शन करने आते हैं।