दिल्ली से लेकर कोलकाता और पुणे तथा बंगलौर में काफी बड़ी-बड़ी MNC’s हैं और इनमें बड़े पदों पर कार्यरत सभी लोग हमारी इस खबर को पढ़ कर जरूर चौंक जाएंगे। बहुत से लोग घर के बाहर रहते हैं, नौकरी करते हैं पर फिर भी वे अपनी सेलरी को 7 अंकों तक नहीं पहुंचा पाते हैं, ऐसे लोग यह जरूर सोचेंगे कि आखिर इस कंपनी में क्या है जो वहां के चपरासी तक करोड़पति हैं, तो आज हम आपको इसी सवाल का जवाब दे रहें हैं। हम आपको बता रहें हैं इस कंपनी के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के करोड़पति होने का राज, तो आइए जानते हैं इस कंपनी के बारे में।
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आपको बता दें कि इस कंपनी का नाम “रविराज फोइल्स” है और यह कंपनी भारत के गुजरात राज्य के अहमदाबाद के साणंद में स्थित है। असल में हुआ यह था कि इस कंपनी को अपनी फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन चाहिए थी, इसलिए इस कंपनी ने कुछ जमीन अधिग्रहण की थी। जिन लोगों से कंपनी ने यह जमीन ली थी उनको मुआवजे के तौर पर कंपनी ने पैसे दिए तथा साथ ही उनकी योग्यता के आधार पर नौकरी भी दी। आपको बता दें कि रविराज फोइल्स नामक इस कंपनी ने मुआवजे के तौर पर 2 हजार करोड़ रूपए दिए तथा लोगों को नौकरी भी दी।
यही कारण है कि इस कंपनी के चपरासी के अकाउंट में अब करोड़ रूपया पड़ा है। इस प्रकार से इस कंपनी के चपरासी लोग करोड़पति बन गए हैं और साथ ही वे इस कंपनी में नौकरी भी करते हैं। आपको बता दें कि कंपनी द्वारा अपने यहां नौकरी देने के इस प्लान से जहां कंपनी में लोगों की कमी पूरी हुई वहीं लोगों को रोजगार भी मिला। कंपनी के इस प्लान से करीब 150 लोगों को नौकरी मिली है हालांकि इनमें से अधिकतर लोअर स्तर के कर्मचारी हैं, पर मोटे तौर पर देखा जाए तो ये सभी कर्मचारी आज करोड़पति हैं।