आपने भगवान राम के भक्त तो देखें ही होंगे, पर क्या आपने कभी रावण के भक्तों अपने देश में देखा हैं? हाल ही में इन लोगों ने रावण के पुतले को न जलाने की मांग सरकार के सामने रखी है। वर्तमान में देश में नवरात्र की तैयारी चल रही है। 9 दिन तक मां भगवती की आराधना करने के बाद सबसे पहला कार्य रावण दहन का होता है।
यह परंपरा पुरातनकाल से जारी है, पर क्या इस बार यह परंपरा बंद हो जाएगी? क्या आगे दशहरा पर रावण दहन नहीं हुआ करेगा? आपको हम बता दें कि उत्तर प्रदेश के मथुरा में एक संगठन है जिसका नाम “लंकेश भक्त मंडल” है। इस संगठन के लोगों ने यूपी के सीएम आदित्यनाथ तथा देश के पीएम नरेंद्र मोदी के समक्ष “स्वच्छ भारत मिशन” के नाम पर “रावण दहन” की प्राचीन परंपरा को बंद करने की मांग रखी है।
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इस संगठन के अध्यक्ष ओमवीर सारस्तव ने इस बारे में बताते हुए कहा है कि “असल में रावण दहन सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के खिलाफ है, इसलिए इस पर रोक लगनी चाहिए। रावण दहन से वायु प्रदूषण भी होता है। वैसे भी रावण भगवान शिव का बड़ा भक्त था और उसका पुतला जलाना उसका अपमान ही है। किसी भी मृत व्यक्ति का बार-बार पुतला जलाना वैसे भी धर्म विरुद्ध ही है।” इस संगठन ने सरकार से यह मांग की है कि प्रतिवर्ष रावण दहन करने से वायु प्रदूषण तो होता ही है साथ ही रावण के पुतले के अंदर जलने वाले पटाखों से बहुत से बच्चे प्रतिवर्ष घायल भी हो जाते हैं, इसलिए रावण दहन को बंद कर देना चाहिए। लंकेश भक्त मंडल का कहना है कि जब दशहरा के मौके पर जब देश भर में रावण दहन किया जाता है, तब उनका संगठन रावण की पूजा करता है तथा मथुरा के मंदिरों में भगवान शिव का यज्ञ करता है।