हुनर की बात की जाए, तो हमारे देश में कुशाग्र बुद्धि वाले लोग काफी भरे पड़े है जिनकी कारामात को देख बड़े बड़े बैज्ञानिक, इंजीनियरिंग भी हार मान जाते है। और ये बात भी सच है कि जिसे कुछ करने की जिद हो, तो कोई भी काम मुश्किल नहीं होता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है देश के एक पायलट अमोल यादव ने… इन्होने अपनी बुद्धि के ही दम से ऐसे-ऐसे उपकरण जुटाकर एक प्लेन तैयार कर किया है जिसके हुनर के चर्चे पूरी दुनिया में काफी जोर-शोर से हो रहें हैं।
मुंबई के इस नौजवान का सपना था कि घर की छत पर एक प्लेन तैयार करें। और 19 साल की कड़ी मेहनत के बाद अपने ही दम पर उन्होने अपने इस सपने को आखिरकार सच कर दिखाया। उनकी इस काबलियत को देख महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें डीजीसीए का प्रमाण पत्र देकर उन्हें सम्मानित भी किया है।
आजाद भारत के साथ किसी घर पर बनने वाला यह पहला प्लेन है। जिसका रजिस्ट्रेशन किया गया है हजारों किमी । की उचाई के साथ, हजारों किमी की दूरी तय करने वाल इस प्लेन को सरकार के मेक इन इंडिया कार्यक्रम में भी शाामिल करने की जगह मिल चुकी है।
पायलट अमोल के द्वारा बने इस प्रोजेक्ट को तैयार करने में अब तक करीब 5 करोड़ की राशि खर्च हो चुकी है। महाराष्ट्र सरकार ने भी उनके इस बुलंद हौसले को देख उन्हें काफी सपोर्ट भी किया और फंड देने की भी पेशकश की थी। देवेंद्र फडणवीस ने खुद पीएम मोदी को अमोल के इस काम की जानकारी दी। अब पायलट अमोल का सपना है कि वे देश में ही निर्मित छोटे विमान बनाने में सहयोग करें।