जुड़वा बच्चे पैदा होना कोई आश्चर्य वाली बात नहीं है। आप ने भी ऐसे कई किस्से सुने होंगे जिनमें जुड़वा बच्चों के होने की घटना हुई होगी, लेकिन यह बात सोचने वाली तब बन जाती है जब आपको पता चलता है कि कहीं पूरे गांव में ही सभी लोगों के बच्चे जुड़वा ही पैदा होते हैं। जी हां, हम आपको आज एक ऐसे ही गांव से मुखातिब करा रहे हैं जहां जुड़वा बच्चे ही पैदा होते हैं। इस गांव का नाम है कोडिन्ही और यह केरल के मलप्पुरम शहर के नजदीक स्थित है।
Image Source: http://i.telegraph.co.uk/
कोडिन्ही गांव में इन दिनों दुनिया भर के मीडिया और मेडिकल शोधार्थियों का जमावड़ा लगा हुआ है। इसकी वजह इस गांव में जुड़वा बच्चों का पैदा होना है। गांव के ज्यादातर दंपत्तियों को जुड़वा बच्चे ही पैदा होते हैं। वर्तमान की बात करें तो कोडिन्ही गांव में एक हजार जुड़वा बच्चे हैं। हालांकि, इन बच्चों को अपने जुड़वा होने के चलते मुसीबत भी झेलनी पड़ रही है। यहां इंटरनेशनल मीडिया का जमावड़ा लगा रहता है और हर कोई उनकी बाइट लेने के लिए परेशान रहता है।
गांव के लोग हैं परेशान-
मीडिया और मेडिकल शोधार्थियों की भीड़ को यहां के जुड़वा बच्चे और उनके परिजन अपनी निजता में खलल मान रहे हैं। बच्चों के परिजनों ने स्कूलों और सार्वजनिक स्थलों पर बच्चों की वीडियोग्राफी और इंटरव्यू किए जाने पर विरोध जताया है। गांव के लोगों ने स्थानीय प्रशासन से इस तरह से इंटरव्यू लेने पर बैन लगाने की मांग की है। लोगों ने बच्चों की प्राइवेसी का हवाला देते हुए ऐसे सभी इंटरव्यू और वीडियोग्राफी पर बैन लगाने की मांग की है।
Image Source: http://i.dailymail.co.uk/
यहां की नान्नामबारा ग्राम पंचायत परिषद ने बैठक करके कहा कि ग्रामीणों की ओर से की गई शिकायतें गंभीर हैं। वह ग्रामीणों के इस तरह के शोषण को रोकने के लिए समिति गठित करने वाले हैं। इस समिति में निर्वाचित प्रतिनिधियों, मशहूर हस्तियों और जुड़वा बच्चों को शामिल किया जाएगा। इस समिति के गठन के लिए 15 जनवरी को जुड़वा बच्चों के अभिभावकों की मीटिंग बुलाई जाएगी।