अपने देश में ऐसे बहुत से स्थान हैं जहां पर हिंदू और मुस्लिम मिलकर एक दूसरे के धार्मिक त्योहारों में हाथ बंटाते हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही स्थान के बारे में बता रहें हैं जोकि हिंदू मुस्लिम भाईचारे का संदेश देता है। बिहार के बेगूसराय क्षेत्र स्थित कर्पूरी नामक स्थान पर “करोड़ीमल गजानंद माता दुर्गा मंदिर” है। यह मंदिर 97 वर्ष पुराना है और यहां सांप्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल देखने को मिल रही है। इस मंदिर की कमेटी में हिंदू लोगों से ज्यादा मुस्लिम लोग हैं। इस मंदिर कमेटी के अध्यक्ष अशोक कुमार गोयनका बताते हैं कि मंदिर की कमेटी में 24 लोग है जिनमें से 17 लोग मुस्लिम हैं। नवरात्र से पूर्व इस मंदिर की कमेटी से जुड़े मुस्लिम लोग मंदिर के पास लगने वाले मेले तथा होने वाली पूजा आदि का प्रबंध करते हैं।
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आपको बता दें की यह दुर्गा मंदिर शहर के फेमस मंदिरों में से एक है। इस मंदिर से करीब 50 मीटर की दुरी पर एक पीर बाबा की मजार है। इस मजार पर मुस्लिम लोगों की तरह ही हिंदू लोगअपनी सेवा देते हैं। मंदिर कमेटी के सदस्य मो. कैसर आलम का कहना है कि “कोई भी पर्व हो, हम लोग एक दूसरे का साथ हमेशा देते हैं। जिस प्रकार से हम लोग मंदिर की सेवा का कार्य करते हैं उसी प्रकार से हिंदू लोग भी मुहर्रम में हम लोगों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलते हैं।” दुर्गा पूजा तथा मुहर्रम में यहां के लोग एक दूसरे का पूरा साथ देते हैं तथा प्रसाद बांटने से लेकर बनाने तक में दोनों ही धर्म के लोग शामिल होते हैं। मंदिर कमेटी से जुड़े मुस्लिम लोगों का कहना है कि धर्म सिर्फ इबादत के लिए होते हैं न की नफरत फैलाने के लिए। आज के समय में जहां हिंदू और मुस्लिम लोगों के बीच एक आतंरिक दरार देखने को मिलती है, वहीं बिहार का यह दुर्गा मंदिर दोनों ही धर्मों के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है।