कभी-कभी इस प्रकार की घटनाएं सामने आती है, जिनको पढ़ कर दिमाग चकरा जाता है। ऐसी ही एक घटना का उल्लेख आज हम आपसे यहां कर रहें हैं। इस घटना में एक कातिल को कानून ने सजा तो दे दी, पर अभी तक यह नहीं पता लगा सका है कि आखिर कत्ल हुआ किसका था। आपको हम जानकारी के लिए बता दें कि यह घटना मध्य प्रदेश के दुर्ग नामक इलाके की है।
इस इलाके के खुर्सीपार थाना क्षेत्र के पास स्थित आईटीआई के निकट ही एक हत्या आज से करीब डेढ़ वर्ष पहले हुई थी। इस हत्या के आरोपी को कोर्ट ने आजीवन कैद की सजा सुना भी दी है, पर कानून अभी तक यह पता नहीं लगा सका है कि आखिर वह शव किसका था, जिसके आधार पर सजा सुनाई गई।
आपको बता दें कि 25 दिसंबर 2015 को भिलाई निवासी मुहम्मद शाहिद अपनी बाइक से रात 12.45 पर घर की ओर जा रहा था। उस समय उसकी बाइक अचानक एक व्यक्ति से टकरा गई और दोनों के बीच अनबन हो गई। इस दौरान शाहिद ने एक बड़ा पत्थर उठा कर उस व्यक्ति के सिर में मार दिया, जिससे उसकी बाइक टकराई थी।
सिर के फटने से व्यक्ति की मौत उसी समय हो गई। इस समय तक पुलिस भी घटना स्थल पर पहुंच चुकी थी। पुलिस ने शाहिद को पकड़ कर केस दर्ज कर दिया और कोर्ट ने उसको आजीवन कैद की सजा सुना दी लेकिन इस बात का पता नहीं लगा कि मरने वाला वह व्यक्ति आखिर था कौन? पुलिस ने उस व्यक्ति का नाम लावारिस लोगों की सूचि में दर्ज कर उसका अंतिम संस्कार करा दिया था, पर आज भी यह मामला यही उलझा है कि आखिर मृतक व्यक्ति कौन था?