अंतिम संस्कार के 7 दिन बाद लौटा युवक, खुशी में निकाला गया जुलूस

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देखा जाए तो दुनिया के बहुत से देशों में कभी-कभी ऐसी घटनाएं घटित होती रहती हैं जिनके रहस्य से पर्दा नहीं उठ पाता और लोग वास्तविकता को जान नहीं पाते। ऐसे में कुछ लोग इस प्रकार की घटनाओं को दैवीय शक्ति मान कर अपने को दिलासा दे लेते हैं और कुछ लोग इस प्रकार की खोज में जाना अपने वक्त की बर्बादी समझते हैं। इसी प्रकार की एक घटना मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में घटित हुई है।

इस घटना में एक युवक को परिजनों ने मृत मानकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया था और वो सात दिन बाद जिंदा लौट आया। गम में डूबे इस परिवार में अचानक दिवाली के पहले खुशियां वापस लौट आईं। युवक के दोस्तों ने गांव में जुलूस भी निकाल दिया, पर यह पूरी घटना एक रहस्य ही बनी हुई है।

Man Returned After Seven Days of last rites in madhya pradeshImage Source: http://static.news18.com/

क्या था पूरा मामला–
झकनावदा पुलिस चौकी क्षेत्र के तारखेड़ी में रहने वाला मुन्ना लाल गामड़ 24 अक्टूबर को अपनी दूसरी पत्नी शारदा से मिलने के लिए ग्राम काजली गया था। यहां पर उसका पत्नी और उसके भाई से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। विवाद होने पर मुन्नालाल किसी को बगैर बताये वहां से चला गया। मुन्नालाल के कई दिनों तक घर नहीं लौटने पर उसकी पहली पत्नी भांगुडी बाई ने पिता के साथ मिलकर झकनावदा पुलिस चौकी पर उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। खोजबीन में दो नवंबर को पुलिस को पंपावती जलाशय में एक शव मिला था। शव काफी पुराना होने की वजह से उसकी शिनाख्त नहीं हो पा रही थी। मुन्नालाल के परिजनों को भी अज्ञात शव मिलने की सूचना दी गई थी। इस सूचना के आधार पर मौके पर पहुंची भांगुडी बाई ने कान की बाली को आधार मानते हुए शव की पहचान मुन्नालाल के रूप में की थी।

पुलिस ने सारी कानूनी प्रक्रिया पूरी करते हुए शव को परिजनों को सौंप दिया था। परिजनों ने उसी दिन शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया। इसी बीच कुछ समय बाद मुन्नालाल के सामने आने से हर कोई चौंक गया। मुन्नालाल ने बताया कि पत्नी से झगड़ा होने पर वह मजदूरी करने के लिए बड़नगर चला गया था। अब दिवाली मनाने के लिए वह घर लौटा। मुन्नालाल के जिंदा लौटने की पूरे गांव में खुशियां मनाई गईं। ग्रामीणों ने हार पहनाकर उसका स्वागत किया और फिर पूरे गांव में जुलूस निकाला गया।

वहीं, मुन्नालाल के लौटने पर पुलिस के सामने सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि आखिर वो शख्स कौन था जिसका मुन्नालाल के परिजनों ने अंतिम संस्कार किया। पुलिस अब नए सिरे से छानबीन करने में लग गई है।

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किसी भी लेखक का संसार उसके विचार होते है, जिन्हे वो कागज़ पर कलम के माध्यम से प्रगट करता है। मुझे पढ़ना ही मुझे जानना है। श्री= [प्रेम,शांति, ऐश्वर्यता]

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