चोर पकड़ा गया… चोर पकड़ा गया… पिछले दिनों कुछ ऐसा ही सुनने को मिला, लेकिन जब आपको पता चलेगा कि चोर ने चुराया क्या था, तो आपको एक बार के लिए ही सही मगर हंसी जरूर आएगी। दरअसल कर्नाटक के डिस्ट्रिक्ट कलाबुर्गी में पुलिस के हाथ एक नींबू चोर लगा है। आपको शायद इस बात को सुनकर हैरत हो रही हो, लेकिन इससे भी ज्यादा हैरतअंगेज़ बात यह है कि यह नींबू चोर पूरे 40 सालों बाद पकड़ा गया है। पुलिस को इस केस को सुलझाने में पूरे 40 वर्ष लग गए। इससे अधिक अजीब केस शायद आपने पहले कभी ना सुना हो, लेकिन ऐसा सच में हुआ है।
क्या था पूरा मामला-
पकड़े गए आदमी का नाम दशरथ पराडी है। उस ने 40 वर्ष पहले 16 नवम्बर 1976 के दिन एक खेत से नींबू चुराए थे। इस समय उसकी उम्र 57 साल है। उस वक्त इन नींबुओं की कीमत बाज़ार में 300 रुपए थी। उस समय पुलिस से पिराडी की शिकायत पांडु गुंडु चौहान नाम के व्यक्ति ने की थी, वह इसी खेत में काम किया करता था। हालांकि यह खेत शंकर गौड़ा पाटिल नामक एक शख्स का था।
दरअसल इस साल की शुरूआत में पुलिस ने डिस्ट्रिक्ट कुलबुर्गी के सभी पुराने पेंडिंग पड़े हुए मामलों की दोबारा कार्रवाई करनी शुरू की। साथ ही यह भी घोषणा की गई कि जो अपराधियों के विषय में कुछ भी बताएगा उसे पुलिस इनाम देगी। इसके बाद नींबू चोर केस पर एक बार फिर पुलिस ने कार्रवाई शुरू की।
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अभी कुछ ही समय पहले पुलिस में शिकायत करने वाले पांडु गुंडु चौहान का निधन हुआ है, लेकिन उसने मरने से पहले संदिग्ध के तौर पर पराडी का नाम लिया। तब से पराडी पिछले दो महीनों से गांव से फरार था। उसे पकड़ने में पुलिस को नाकामयाबी ही हाथ लग रही थी।
दो महीने तक खोजने के बाद मिला दशरथ पराडी-
पुलिस को पता चला कि कलाबुर्गी से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर ताज सुल्तानपुर गांव में इस नाम का एक व्यक्ति देखा गया है। इसके बाद पुलिस सरकारी अफसर बनकर उसके पास पहुंची और उससे कई सवाल भी किए। इसके बाद पराडी ने स्वीकार किया कि साल 1976 में वह गोला गांव में ही रहता था। तब पुलिस ने उसे असलियत बताई। पराडी ने यह बात भी मानी कि उसी ने खेत से नींबू चुराए थे और उन्हें अफजलपुर के मेले में बेच दिया था।