इस परंपरा में अनजान पुरुषों के साथ संबंध बनाती है महिलायें, जानें पूरी खबर

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दुनिया बहुत बड़ी है और यहां के हर हिस्से में एक अलग संस्कृति आपको देखने को मिलती है। इस अलग अलग लोगों की न सिर्फ भाषा बल्कि नियम कानून तथा परम्पराएं सब कुछ अलग होती हैं। कुछ स्थानों की परम्पराएं इतनी अजीबोगरीब होती हैं कि लोग सामान्यतः उन पर विश्वास करने से भी हिच किचाते हैं। आज हर धर्म, जाति तथा सम्प्रदाय की अलग अलग परम्पराएं हैं। इनमें से कुछ बेहद अनोखी भी हैं। वास्तव में समाज के लिए भले ही ये परम्पराएं अनोखी हो, पर जो लोग श्रद्धा से इनको मनाते हैं उनके लिए यह बेहद महत्वपूर्ण होती हैं। आज जिस परंपरा के बारे में यहां आपको बताया जा रहा है। उसमें महिलायें अनजान पुरुष से संबंध बनाती हैं। वह भी 7 अलग अलग लोगों से। इस परंपरा को हमारा समाज भले ही स्वीकार न करें पर जो लोग इसको मनाते हैं। उनके लिए यह एक महत्वपूर्ण कार्य के समान है। आइये अब आपको विस्तार से बताते हैं इस अजीबोगरीब परम्परा के बारे में।

परंपराImage source:

आज जिस परम्परा के बारे में आपको बताया जा रहा है। वह अनोखी परम्परा इंडोनेशिया के बाली शहर में मनाई जाती है। यह परम्परा प्रतिवर्ष होने वाले पॉन नामक महोत्सव के दौरान मनाई जाती है। इस महोत्सव में बाली शहर का हर परिवार भाग लेता है। इस परम्परा में महिलायें 7 अनजान पुरुषों से संबंध बनाती हैं। खास बात यह है कि इस कार्य को प्रत्येक महिला अपने परिवार की मर्जी से ही करती है। यह परम्परा कोई नई नहीं है बल्कि यह परंपरा सदियों से इंडोनेशिया में मनाई जाती रही है।

परंपराImage source:

 इस परम्परा को मनाने के पीछे एक मान्यता है। असल में ऐसा माना जाता है कि इस परम्परा को मनाने से स्त्री तथा पुरुष दोनों की इच्छाएं पूरी हो जाती हैं तथा दोनों के परिवारों में खुशियां आती हैं। आपको बता दें कि पॉन नामक इस महोत्सव को इंडोनेशिया में एक वर्ष में सात बार मनाया जाता है और सातों बार एक महिला को अलग अलग पुरुषों से संबंध स्थापित करने होते हैं। यह परंपरा एक पहाड़ पर मनाई जाती हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस पहाड़ पर ही इस परम्परा को मनाने से स्त्री तथा पुरुष दोनों की इच्छाएं पूरी होती हैं। संबंध बनाने के बाद पुरुष महिला को 10 डॉलर भी देता है। खैर यह परम्परा काफी अजीबोगरीब है और इस कारण ही समाज में यौनजनित रोगों के बढ़ने का खतरा बना रहता है।

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किसी भी लेखक का संसार उसके विचार होते है, जिन्हे वो कागज़ पर कलम के माध्यम से प्रगट करता है। मुझे पढ़ना ही मुझे जानना है। श्री= [प्रेम,शांति, ऐश्वर्यता]

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