हरियाणा में जाट आरक्षण को लेकर चल रहे आंदोलन ने सातवें दिन हिंसक रूप धारण कर लिया है। जिसमें 3 लोगों की मौत और 20 लोगों के घायल होने की खबर है। सिर्फ इतना ही नहीं प्रदर्शन करने वालों ने जींद का स्टेशन तक फूंक दिया है। नरेला में हाइवे जाम कर दिया है। इस हिंसा को देखते हुए राज्य के 9 शहरों से सेना को बुलाया गया है और जयपुर की सेना भी हरियाणा की हिंसा को रोकने के लिए लगाई गई है। रोहतक और भिवानी शहर में कर्फ्यू लगाया गया है। सेना के फ्लैग मार्च के बाद हालात में सुधार देखा जा रहा है।
हरियाणा के डीजीपी वाय के सिंघल ने बताया है कि आंदोलन में चल रही हिंसा को लेकर कुल 129 केस दर्ज किए हैं। साथ ही उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की हैं। इसके साथ ही उन्होंने रोहतक में पुलिस के फेल होने की बात कुबूली, लेकिन इंटेलिजेंस फेल होने की बात को नकार दिया है। खबर है कि एक जगह प्रदर्शनकर्ताओं ने पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया है। वहीं, दूसरी ओर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने ओबीसी में जाटों को आरक्षण देने का ऐलान किया है। सीएम खट्टर ने पीएम मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह को हालात की जानकारी दी है।
राज्यपाल का कार्यक्रम रद्द-
जाट आरक्षण के आंदोलन की हिंसक वजह से गुड़गांव में होने वाला राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी का कार्यक्रम रद्द हो गया है। सोलंकी को शांति रिट्रीट के समारोह के कार्यक्रम में शामिल होना था। इस हिंसा की वजह से साइबर सिटी गुड़गांव पर भी असर पड़ा है। आंदोलन करने वालों ने चारों ओर जाम कर दिया है। गोहाना रोड पर काफी महिलाएं भी आंदोलन में शामिल हो गई हैं।
बेअसर हुई सीएम की अपील-
जाटों के उग्र हुए आंदोलन के बाद सीएम खट्टर ने आर्थिक रुप से पिछड़े जाटों को आरक्षण देने का फैसला लिया। इसके बाद सीएम ने आंदोलन को बंद करने की अपील की, लेकिन उनकी बात को नकार दिया गया। जींद, भिवानी, कैथल, रोहतक झज्जर, हिसार, पानीपत और सोनीपत में सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। वहीं, दूसरी ओर प्रभावित जिलों में इंटरनेट और मोबाइल सेवा बंद कर दी गई।
सरकार के ऑफर को ठुकार चुके जाट नेताओं ने आंदोलन को रोकने से मना कर दिया है। वहीं, उपद्रवियों को गोली मारने के आदेश दिए गए हैं। भड़के जाटों ने मुनक नहर का पानी रोक दिया है, जिसका सीधा असर दिल्ली में पानी की सप्लाई पर होगा। प्रदर्शनकर्ताओं ने रोहतक के एक मंत्री के स्कूल और एक मॉल में आग लगा दी है।
वहीं, रेलवे मंत्री से मिली खबर के अनुसार आंदोलन की वजह से रोजाना रेलवे को 200 करोड़ का नुकसान हो रहा है। जिसके चलते हरियाणा से गुजरने वाली सारी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है और सड़क मार्ग भी रोक दिया गया है।
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दरअसल प्रदर्शनकारियों का गुस्सा तब भड़का जब पुलिस ने हिंसा को रोकने के लिए रोहतक बाइपास के पास फायरिंग की और उसमें एक की मौत हो गई। इसी के साथ 9 लोग घायल हो गए और कुछ ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस गुस्से में प्रदर्शनकर्ताओं ने डीएसपी की गाड़ी फूंक दी। आंदोलन को मद्देनजर रखते हुए शुक्रवार को दिल्ली में बैठक हुई थी, जिसमें रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, विदेश मंत्री और वित्त मंत्री मौजूद थे। इसमें घटना से निपटने के लिए वार्ता हुई और इसके बाद हरियाणा में आंदोलन को खत्म करने की अपील की गई थी।