ऐसा कई बार हुआ है जब दूसरे देशों के लोग यहां अपना इलाज कराने के लिए आते रहें हैं और स्वस्थ होकर जाते हैं, हाल ही में पाकिस्तान के बच्चे के साथ हुआ यह वाकया भारत की दरियादिली को दर्शाता है। यह वाकया पाकिस्तान के लाहौर में पैदा हुए “रोहान कंवल सिद्दीक” का है। यह बच्चा जब महज 2 महीने का था, तब से ही इसके दिल में परेशानी आनी शुरू हो गई थी। ऐसे में बच्चे के पिता ने पाकिस्तान के अच्छे डॉक्टरों से इस बच्चे का इलाज कराया, पर कुछ समय बाद सभी डॉक्टरों ने जवाब दे दिया और बच्चे को कुछ ही दिनों का मेहमान बताया।
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इस स्थिति में बच्चे के पिता “कंवल सिद्दीक” ने बच्चे का इलाज भारत में कराने की सोची। कंवल सिद्दीक कहते हैं कि उनके बड़े भाई ने उनको भारत के बारे में राय दी थी। भारत के डॉक्टरों से जानकारी के बाद जब पता लगा कि उनके बच्चे का इलाज भारत में संभव है तो कंवल सिद्दीक को बहुत आशा बंधी। यह बात है इस वर्ष के मई माह की। इस समय भारत और पाकिस्तान के आपसी संबंध काफी खराब चल रहें थे। भारत और पाकिस्तान कुलभूषण केस में अपनी अपनी राय एक दूसरे को दे रहें थे, मतलब की यह समय इतना खराब था कि कंवल सिद्दीक को उनके बच्चे के इलाज के लिए भारत का वीजा मिलना बहुत मुश्किल था। इस समय कंवल सिद्दीक को उनके एक मित्र ने भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से गुहार लगाने को कहा। कंवल सिद्दीक को एक नई प्रकाश किरण मिली। इस बारे में बताते हुए कंवल सिद्दीक भावुक हो उठते हैं। वे कहते हैं कि “मैंने अपना ट्विटर अकाउंट खोला और उनको मदद की गुहार लगा दी। मुझे उम्मीद नहीं थी कि वे एक आम आदमी की इतनी बड़ी मदद करेंगी, उन्होंने उसी समय आश्वासन दे दिया।”
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आपको बता दें कि कंवल सिद्दीक की अपने बच्चे के लिए मांगी गई मदद के लिए भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने तुरंत ही आश्वासन दे दिया था और उनको पाकिस्तान के भारतीय हाई कमीशन से बात करने को कह दिया था। जिसके बाद में कंवल सिद्दीक को परिवार सहित बच्चे के लिए मेडिकल वीजा मिल गया।
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वर्तमान में कंवल सिद्दीक के बच्चे का इलाज पूरा हो चुका है और वह स्वस्थ है। अब कंवल सिद्दीक अपने स्वस्थ बच्चे और परिवार के साथ में पाकिस्तान जाने की तैयारी में लगे हुए हैं। भारत से बहुत से लोग विदेश से आकर इलाज कराते हैं और पाकिस्तान के लोग भी यहां इलाज के लिए आते रहते हैं, पर दोनों देशों के बीच बीते समय में राजनीतिक संबंध खराब होने के कारण पाकिस्तान के लोगों को यहां आने में काफी परेशानी उठानी पड़ी है।