भारत प्राचीन समय में “सोने की चिड़ियां” यहां के अथाह सोने के कारण ही कहलाता था। आज भी कई ऐसी जगह हैं जहां उस सोने का भंडार छुपा हुआ है। जी हां, इसलिए आज हम आपको एक ऐसे स्थान के बारे में जानकारी दे रहें हैं, जहां प्राचीन भारत का स्वर्ण भंडार बिखरा हुआ है। आपको हम बता दें कि यह स्वर्ण भंडार बिहार के जिले नालंदा के “राजगीर” नामक शहर में है। आपको हम यह भी बता दें कि राजगीर एक पर्यटन स्थल के रूप में भी प्रसिद्ध है। यहां पर घूमने के कई स्थान मौजूद हैं और बहुत लोग यहां पर देश-विदेश से घूमने के लिए आते हैं।
राजगीर में ही महाभारत कालीन राजा जरासंध का अखाडा है तथा यहां पर राजा बिंबसार की गुफाएं भी हैं। इन गुफाओं के पास ही एक स्थान है “मनियार मठ“| इस मठ के पास कुछ प्राचीन गुफाएं हैं जिनके बारे में लोगों की मान्यता है कि इनमें प्राचीन भारत का स्वर्ण भंडार है। आपको बता दें कि जब आप मनियार मठ से आगे की ओर बढ़ते हैं, तो पहाड़ के मुहाने पर ही आपको 2 गुफाएं मिलती है। इन गुफाओं के बारे में ही लोगों में कई प्रकार की मान्यताएं हैं, पर ये सभी मान्यताएं यही कहती हैं कि इन गुफाओं में सोने का बड़ा भंडार मौजूद है। इन गुफाओं के द्वार पर शिलालेख बने हैं जो कि प्राचीन समय के ही हैं। कहा जाता है कि जो इन शिलालेखों के संकेतों को समझ जायेगा, वही स्वर्ण भंडार के द्वारों को खोल सकेगा। आपको हम बता दें कि इन शिलालेखों के संकेतों को आज तक कोई भीं सुलझा नहीं सका है।