घर में है देवी लक्ष्मी की यह प्रतिमा तो आप हो सकते हैं गरीब

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हम लोग देवी लक्ष्मी की प्रतिमा अपने घरों में लगाते है ताकि घर में धन का आवागमन तथा सुख शांति बनी रहें। वैसे भी हिंदू धर्म के लोगों के घरों में मंदिर अवश्य पाया जाता है चाहें वह छोटा हो या बड़ा। मान्यता है कि घर में मंदिर होने से वहां सकारात्मकता बनी रहती है तथा घर में सुख समृद्धि आती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में देवी देवताओं की तस्वीर या प्रतिमाएं लगाना अच्छा होता है लेकिन इनको कुछ नियमों के अनुसार ही स्थापित करना चाहिए। अन्यथा आपको लाभ के स्थान पर हानि उठानी पड़ सकती है। इसी क्रम में आज हम आपको देवी लक्ष्मी की प्रतिमा के बारे में बता रहें हैं ताकि आप सही प्रतिमा को स्थापित कर उसका लाभ ले सकें। आइये जानते हैं इस बारे में।

1- खड़ी प्रतिमा न रखें

खड़ी प्रतिमा न रखें Image source:

बहुत से लोगों के घरों में लक्ष्मी देवी की ऐसी प्रतिमा होती है। जिसमें वे खड़े रहने की स्थिति में होती है। इस प्रकार की प्रतिमा या तस्वीर को अपने घर में नहीं लगाना चाहिए। असल में खड़ी लक्ष्मी आपके घर से प्रस्थान करने का प्रतीक मानी जाती है। अतः ऐसी प्रतिमा को घर में नहीं रखना चाहिए बल्कि बैठी हुई प्रतिमा को ही घर में लगाना चाहिए।

2- उल्लू सवार प्रतिमा न रखें

उल्लू सवार प्रतिमा न रखें Image source:

कई लोगों के घर में ऐसी तस्वीर देखने को मिलती है। जिसमें लक्ष्मी देवी अपने वाहन उल्लू पर सवार रहती है। आपको बता दें कि उल्लू पर सवार लक्ष्मी देवी चंचलता का प्रतीक मानी जाती हैं। वे एक स्थान से दूसरे स्थान पर आती जाती रहती हैं। मतलब एक स्थान पर स्थाई रूप से नहीं रहती हैं। अतः इस प्रकार की तस्वीर को घर में लगाना आपके धन की अस्थिरता का कारण बन सकता है।

3- कमल पर विराजमान तस्वीर लगाना है शुभ

कमल पर विराजमान तस्वीर लगाना है शुभImage source:

अब हम आपको बताते हैं कि आपको अपने घर में देवी लक्ष्मी की किस प्रकार की प्रतिमा या तस्वीर को लगाना चाहिए। आपको अपने घर में देवी लक्ष्मी की ऐसी प्रतिमा को लगाना चाहिए। जिसमें वे कमल पर प्रसन्न मुद्रा में विराजमान हों। इस प्रकार की तस्वीर आपके घर में धन, मान, प्रतिष्ठा तथा समृद्धि के द्वार को खोल देती है।

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किसी भी लेखक का संसार उसके विचार होते है, जिन्हे वो कागज़ पर कलम के माध्यम से प्रगट करता है। मुझे पढ़ना ही मुझे जानना है। श्री= [प्रेम,शांति, ऐश्वर्यता]

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