रांची में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर पूरा माहौल गणतंत्र दिवस जैसा ही दिखाई दिया। इस आयोजन में देश का सबसे बड़ा तिरंगा झण्डा फहराया गया। इस झण्डे की खास बात यह है कि यह बहुत लंबा और ऊंचा था। इसको लहराने के लिए रांची के पहाड़ी मंदिर की जगह को निश्चित किया गया था। भारत के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने इस विशाल अयोजन का शुभारंभ किया।
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देश का सबसे ऊंचा और लंबा तिरंगा झण्डा रांची के पहाड़ी मंदिर पर लहराया गया। दरअसल यह आयोजन सुभाष चंद्र बोस की जयंती के लिए ही रखा गया था। इस अवसर पर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उनके साथ राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास भी मौजूद रहे। यह झण्डा 66 फुट लंबा और 99 फुट चौड़ा है। इसको 293 फुट के ऊंचे खंभे पर फहराया गया।
इससे पहले फरीदाबाद का 250 फुट ऊंचे खंभे पर 96 फुट गुणा 64 फुट परिमाप वाला झण्डा ही देश का सबसे विशाल तिरंगा था। इस झण्डे को पहाड़ी वाले मंदिर में रक्षा मंत्री ने फहराया। जिसके बाद का कार्यक्रम बिरसा मुण्डा स्टेडियम में रखा गया था।
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इस अवसर पर सभी लोगों की निगाहें पहाड़ी वाले मंदिर की ओर ही लगी रहीं। चारों ओर बच्चे अपने हाथों पर तिरंगा झण्डा लेकर दिखाई दे रहे थे। कार्यक्रम के अंत में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 119वीं जयंती पर देश के सबसे लंबे और बड़े तिरंगे का ध्वजारोहण करके मैं अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं।
है कि उन्होंने पूरे रांचीवासियो से अपील की है कि वो इस दिन में अपने अपने घरों की छतांे पर तिरंगें को फहराकर इस मौके को यादगार बना दे। अगर कार्यक्रम सफल रहा तो विश्व के बड़ेे तिरंगे के साथ ही पूरा रांची तिरंगे को बड़ी तादाद में फहराने की अपनी अलग ही मिशाल कायम कर देगा।