वर्तमान में सोशल मीडिया पर एक लड़की की तस्वीर बहुत शेयर की जा रही है और इसके बारे में बताया जा रहा कि इस तस्वीर को देखने वाले शख्स का मस्तिष्क इस लड़की के कब्जे में आ जाता है। जी हां, यह लड़की की तस्वीर वर्तमान में सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा वायरल हो रही है और इसके बारे में कहा जा रहा है कि यह लड़की किसी का भी मानसिक अपहरण कर सकती है, पर क्या वास्तव में किसी तस्वीर के माध्यम से कोई भी व्यक्ति सम्मोहित हो सकता है या नहीं? इस बात का पता आपको हमारी इस पोस्ट में ही लग जाएगा। इससे पहले हम आपको बताते हैं कि आखिर कैसे यह तस्वीर लोगों को सम्मोहित करती है, तो आइए जानते हैं इस बारे में।
तस्वीर देखने की विधि –
सम्मोहन के लिए तस्वीर के पास ही इसको देखने की विधि भी बताई है। विधि के अनुसार लड़की की तस्वीर के नाक के पास में 3 बिंदु बने हैं जिनको आपको 10 सेकेंड तक बिना पलकें झपकाएं देखना है और फिर एकदम से ऊपर की ओर अपने रूम की छत को देखना है। ऐसा करने के बाद आपको लोगों से अपने अनुभव शेयर करने है।
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क्या होता असल में –
असल में 10 सेकेंड तक तस्वीर में बनी लड़की की नाक के पास के तीन बिंदुओं को लगातार देखने के बाद एकदम से जब आप अपने रूम की छत की ओर देखते हैं, तो आपको पेंटिंग में बनी लड़की की साफ तस्वीर अपने रूम की छत पर नजर आने लगती है, पर क्या वास्तव में यह सम्मोहन ही है। इस बारे में मनोचिकित्सक डॉक्टर सुनील मित्तल का कहना है कि असल में यह एक प्रकार का “ऑप्टिकल फिलोमेना” है, यदि हम किसी तस्वीर पर कॉन्संट्रेट करते हैं, तो वह हमारे रेटिना सेल्स पर इकट्ठी होकर नर्व के जरिए हमारे मस्तिष्क विजन सेंटर में जाती है और जब हम लोग इससे एकदम से अपना ध्यान हटा लेते हैं, तो इस तस्वीर को हमारे रेटिना सेल्स मस्तिष्क विजन से फिर से कैरी करने लगते हैं, जिसके कारण यह तस्वीर हमें किसी अन्य स्थान पर दिखाई पड़ने लगती है। इस प्रकार से देखा जाए तो यह किसी प्रकार का सम्मोहन नहीं है, बल्कि यह हमारी शारीरिक संरचना और उसकी कार्य पद्धति का ही नतीजा है।