अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में वैज्ञानिकों को बड़ी सफलता हासिल हुई है। वैज्ञानिकों ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि उन्होंने गुरुत्वीय तरंगों की खोज कर ली है। इन गुरुत्वीय तरंगों की खोज की बात आइंस्टीन एक सदी पहले ही कर चुके हैं। इस खोज को वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष की बड़ी उपलब्धि करार दिया है। इस खोज के बाद से अब अंतरिक्ष के कई अनसुलझे पहलुओं को सुलझाने में मदद मिलेगी।
इन गुरुत्वीय तरंगों के बारे में महान वैज्ञानिक आइंस्टीन एक सदी पूर्व ही घोषणा कर चुके थे। इस खोज दल से जुड़े कोलंबिया विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक एस मार्का ने कहा कि इस क्षण से पहले तक हमारी नजरें तो आसमान पर होती थीं, लेकिन हम वहां का संगीत नहीं सुन पाते थे। खोज के दौरान वैज्ञानिकों ने संवेदनशील लेजर इंटरफेरोमीटर ग्रेविटेशनल वेव ऑबजर्वेटरी या फिर लीगो तकनीक का इस्तेमाल किया था। इस खोज में वैज्ञानिकों की लागत करीब 1.1 अरब डॉलर आई है। वैज्ञानिकों ने इस खोज में दूर लीगो तकनीक की मदद से दो ब्लैक होल की टक्कर से उत्पन्न गुरुत्वीय तरंग का पता चला है। वर्ष 2012 में हुई गॉड पार्टिकल की खोज जितनी ही इस खोज को महत्वपूर्ण बताया जा रहा है।
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आपको बता दें कि आइंस्टीन ने 1916 में ही इस खोज के सिद्धांतों को बता दिया था। वैज्ञानिकों को 1970 में गुरुत्वीय तरंगों के बारे में अप्रत्यक्ष साक्ष्य मिला था। अब इस खोज से अतंरिक्ष से जुड़े नए रहस्यों से पर्दा उठ जाएगा।