रिजर्व बैंक की पॉलिसी से जालसाजों की बढ़ेंगी मुश्किलें

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देश में इन दिनों कर की चोरी और मनी लांड्रिंग के अलावा भी ऐसे कई मुद्दे हैं जिनसे देश की आर्थिक व्यवस्था खराब हो रही है। इन मुश्किलों के कारण ही देश तेजी से आर्थिक उन्नति नहीं कर पा रहा है। इन सभी मुश्किलों को ध्यान में रखते हुए रिजर्व बैंक नई पॉलिसी लेकर आया है। इस पॉलिसी के तहत देश की मुद्रा में नए सुरक्षा फीचर्स को जोड़ा जा रहा है ताकि इनसे होने वाली मुश्किलों को कम किया जा सके।

देश-में-इन-दिनों-कर-की-चोरी-और-मनी-लांड्रिंग-के-अलावा-भी-ऐसेImage Source:http://www.livemint.com/

मनी लांडिंªग और कर चोरी की परेशानियों को कम करने के लिए देश का रिजर्व बैंक नई पॉलिसी को तैयार करने में लगा हुआ है। वहीं, देश की अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ी समस्या नकली नोटों की भी है। इसलिए रिजर्व बैंक 100 और 500 रुपए के नए नोट जारी करेगा। यह नोट महात्मा गांधी श्रंखला 2005 वाले ही नोट होंगे। इस संबंध में रिजर्व बैंक ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है। इस नोटिफिकेशन में कहा गया है कि देश में होने वाली जालसाजी की गतिविधियों पर लगाम लगाने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है। इसमें कई नए सिक्योरिटी फीचर्स होंगे।

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जानकारी के अनुसार इस 2005 महात्मा गांधी श्रंखला के 100 और 500 रुपए के नोटों में तीन अतिरिक्त सुरक्षा फीचर रखे जाएंगे। इसके अलावा आरबीआई के गर्वनर रघुराम राजन के हस्ताक्षर भी होंगे। साथ ही इनमें नंबर पैनल के अंकों को आरोही क्रम में रखा जाएगा। नोटों पर ब्लीड लाइन व इनलार्ज आइडेंटिफिकेशन मार्क भी दर्ज किया जाएगा। आरबीआई ने पहले 500 रुपए का नोट जारी किया था। उन नोटों में भी इनसेट लेटर थे, परंतु इसमें ब्लीड लाइन और इनलार्ज आइडेंटटिफिकेशन के निशान नहीं थे। रिजर्व बैंक ने नेत्रहीनों के लिए भी 100 रुपए का नोट जारी किया था। जिसमें उनकी पहचान के लिए आइडेंटिफिकेशन मार्क था।

नए नोटों में सौ रुपए के नोट पर चार ब्लीड लाइन होंगी। दाईं और बाईं ओर दो-दो लाइनें दी जाएंगी। इससे नकली नोट आसानी से पहचान में आ सकेंगे। इसके अलावा सौ के नोट में बाएं किनारे में त्रिकोण पर आइडेंटिफिकेशन निशान भी होगा। इस तरह के फीचर से लोगों को नकली नोटों की पहचान आसानी से होगी। साथ ही नकली नोटों के बाजार में आने से अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले संकट से भी बचा जा सकेगा।

vikas Arya
vikas Aryahttp://wahgazab.com
समाचार पत्र पंजाब केसरी में पत्रकार के रूप में अपना कैरियर शुरू किया। कई वर्षो से पत्रकारिता जगत में सामाजिक कुरीतियों और देश दुनिया के मुख्य विषयों पर लेखों के द्वारा लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रहा हूं। अब मेरा प्रयास है कि मैं ऑनलाइन मीडिया पर भी अपने लेखों से लोगों में नई सोच और नई चेतना का संचार कर सकूं।

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