अपने देश में कई ऐसी घटनाएं घट जाती हैं, जो की अपने आप में रिकॉर्ड बन जाती हैं, हालही में भारत में ही एक ऐसी घटना घटी है जिसमें एक जोड़े ने अपनी गोद में 6 माह का बच्चा लेकर सात फेरे लिए हैं। जी हां, यह खबर वर्तमान में काफी वायरल हो रही है, क्योंकि हर कोई यह सोच रहा है कि जब पहले से ही 6 माह का बच्चा इस कपल के पास था, तब फिर से शादी करने की क्या आवश्यकता थी, पर हम आपको बता दें कि यह शादी पहली ही बार हुई है, न की दूसरी बार, आइए अब आपको बताते हैं इस पूरी खबर को विस्तार से।
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सबसे पहले हम आपको यह बता दें कि यह खबर मध्य प्रदेश के बैतूल जिले से आई है और इस खबर के मुताबिक यहां पर एक दिव्यांग कपल ने साथ में विवाह किया है, वह भी अपने 6 माह के बच्चे को साथ लेकर। आपको जानकारी के लिए बता दें कि यह घटना जिला बैतूल के आलमपुर गांव की है। यहां के भीम सिंह (26) और मीना (22) दोनों ही दिव्यांग है और यह दोनों एक दूसरे को चाहते थे तथा दोनों ने एक साथ जीवन भर साथ रहने का वादा किया हुआ था, पर दोनों के घर वालों सहित गांव के अन्य लोगों को इस विवाह से आपत्ति थी।
इसके चलते दोनों ही लोग घर से अलग “लिव इन रिलेशनशिप” में साथ रहने लगे, समय के साथ इनका एक बच्चा भी हुआ और फिर इस बच्चे के लिए पिता के नाम की जरूरत भी सामने आई। इस जरुरत को पूरा करने के लिए भीम सिंह ने 16 मार्च 2016 को बैतूल के अपर जिला कलेक्टर के यहां विशेष विवाह अधिनियम के तहत अपनी अर्जी दी।
इतना होने पर जिला प्रशासन हरकत में आया तथा बीते रविवार को दिव्यांग लोगों के सामूहिक विवाह में इन दोनों ने भी साथ फेरे लिए। इस शादी में इन दोनों के साथ इनका बच्चा भी साथ था। आपको हम यह भी बता दें कि इस सामूहिक विवाह में 115 दिव्यांग जोड़ों ने शादी की और यह अपने आप में एक रिकॉर्ड बन गया, जिसको “गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड” में दर्ज किया गया है।