हमारा देश भले ही विकास की सीमा को पार चुका हो, पर गरीबों के लिये यह देश पहले भी गरीब था और आज भी गरीब है। क्योकि इनके हालात जैसे पहले थे आज भी ठीक बैसे ही है। रिपोर्ट की मानें, तो आज इसी देश की 20 करोड़ से भी ज्यादा जनता रोजाना भूखा सोती है जिसकी समस्या का हल आज तक कोई नही निकाल पाया। चुनाव का दौर आत ही बड़ी-बड़ी बातें करने वाले नेताओं की जमात लग जाती हैं। और अपने झूठे वादे करके चले जाते है। स्वार्थ पूरा होते ही किसी का ध्यान इनकी ओर नही जाता है। लेकिन आज भी इस देश में कुछ लोग ऐसे है जो भूख से तड़फते लोगों के लिये कुछ कर दिखाने का हौसला रखते है। आज हम आपको ऐसे एक शख़्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जो हर रोज़ सैंकड़ों लोगों को मुफ्त में खाना खिला रहे हैं। आइए जानते है इन शख्स के बारे में –
हैदराबाद के अज़हर मकसूसी ये वो शख्स है जिसका इतजांर हर रोज हैदराबाद के गांधी अस्पताल के भिखारी, कुड़ा बीनने वाले, मज़दूर आदि ग़रीब लोग करते हैं। क्योकि ये शख्स रोजाना 300-400 भूखे लोगों का पेट भरते है। मकसूसी किसी भी गरीब को कभी निराश नहीं करते और नियमित रूप से रोज दोपहर को उनकी थालियों में खाना पहुंचाते हैं। बताया जाता है कि अज़हर का बचपन भी काफ़ी गरीबी से बीता था। जब वो 4 साल के थे, तब उनके पिता का देहांत हो गया था। आर्थिक तंगी की वजह से उनके परिवार को कई बार भूखे पेट भी सोना पड़ता था।
घर का सदस्य कोई भूखा ना रहे इसलिए उन्होनें काफी छोटी उम्र से ही काम करना शुरू कर दिया था। एक दिन जब वो अपने काम से घर लौट रहे थे, तब उनकी नज़र एक गरीब महिला पर पड़ी। वो भूख के कारण काफी तड़फ रही थी। उसके इस दर्द को अज़हर आसानी से समझ रहे थे, इसलिए उन्होंने अपने पैसों से खाना ख़रीद कर उसे खिलाया।
अब दूसरे लोग भी करने लगे हैं मदद –
गरीब लोगों की लचारी और बेबेसी को देख अज़हर ने तभी से ठान लिया कि उनके पास से जितना हो सकेगा वो उतने लोगों का पेट भरेंगे। और तब से लेकर आज तक ये सिलसिला यूं ही जारी है। उनकी लगन मेहनत और हौसला देखकर अब दूसरे लोग भी उनकी मदद के लिये आगें बड़ रहे है। कुछ लोग उन्हें राशन, तो कुछ खाना बांटने में अज़हर की मदद करने लगे हैं।
पिछले 5 सालों से इसी तरह से नेकी का काम करते हुये अजहर के इस नेक काम के चर्चे दूसरे राज्यों में भी फैल चुके है। अब इस काम के लिये उनकी कई टीमें भी तैयार हो चुकी है।जो पास के राज्यों में भी फैल चुकी है। कुछ टीमें तो असम, कर्नाटक, और झारखंड में भी भूखे लोगों को फ़्री में खाना खिला रही है। इस तरह उनकी टीम हर रोज़ करीब 1000-1200 लोगों का पेट भर रही है।
अज़हर का कहना है कि इस काम को करने से उन्हें बहुत ख़ुशी और संतुष्टि मिलती है। वो अपनी इस पहल को देशभर में फैलाना चाहते हैं। जिससे इस देश का कोई भी गरीब भूखा ना सो पाये।