कोई भी व्यक्ति 5 हजार साल पहले मरकर आत्मा के रूप में भटक सकता है, हालही में एक ऐसी ही जगह देश में देखने को मिली है जहां के लोग यह दावा करते हैं कि उन्होंने महाभारत के समय से एक व्यक्ति को यहां पर भटकते हुए देखा है, यह जगह है भारत के मध्यप्रदेश में स्थित असीरगढ़ का किला। यह मध्यप्रदेश के वुरहानपुर नामक क्षेत्र में स्थित हैं। कुछ समय पहले इस किले में खुदाई का कार्य हुआ था और सुरंगनुमा ईमारत के कुछ साक्ष्य यहां मिले थे। सुरंंग देखने के बाद लोगों यह माना था कि यह किला आजादी से पहले अंग्रजो के पास था और अंग्रेज लोग इन गुफाओ में भारत के लोगों को बंदी बना कर रखते होंगे।
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इस असीरगढ़ के किले के आसपास के क्षेत्र में रहने वाले लोग यह मानते हैं कि इस किले में पिछले 5 हजार सालों से कोई आत्मा भटक रही है, बहुत से लोगों का मानना है कि यह आत्मा महाभारत काल के योद्धा अश्वत्थामा की है, जो की कौरवों और पांडवों के गुरु द्रोणाचार्य के पुत्र थे। लोगों का कहना है कि यहां किले के अंदर बने शिव मंदिर में अश्वत्थामा रोज सबसे पहले पूजा करते हैं, किले में बने शिव मंदिर में रोज सुबह ताजा फूल शिवलिंग पर चढ़े मिलते हैं पर आजतक किसी को नहीं पता लग सका है कि आखिर रोज कौन शिवलिंग पर फूल चढ़ा जाता है, स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पूजा अश्वत्थामा ही करता है। वैसे तो अश्वत्थामा को इस किले के अलावा भी लोगों ने कई जगह देखा है पर यहां के लोगों का कहना है अश्वत्थामा का स्थानीय निवास स्थान यही है।
