भारत की सेना का मिसाल दुनियाभर में कायम है। देश की सेना की तीनों इकाइयों की चाक चौबंद सुरक्षा का लोहा सभी देश मानते हैं। देश की सुरक्षा में कई सारी तकनीक से लैस हथियार सेना की शक्ति को बढ़ा रहे हैं। इस शक्ति को बढ़ाने के लिए वायु सेना में जल्द ही एक नई मिसाल को शामिल किया जाएगा। यह मिसाइल वायु सेना की शक्ति में इजाफा कर देश की सुरक्षा को और मजबूत बनाने का काम करेगी। हवा से हवा में सटीक वार करने वाली अस्त्र मिसाइल में कई ऐसी खूबियां हैं जो किसी अन्य मिसाइल में नहीं हैं।
भारतीय वायु सेना में जल्द ही नई मिसाइल को शामिल किया जाएगा। इस मिसाइल की अपनी अलग ही खूबियां हैं। उच्च तकनीक से लैस इस मिसाइल को पहली बार सार्वजनिक तौर पर दागने की तैयार की जा रही है। वायु सेना के अधिकारियों के अनुसार इस मिसाइल को बनाने की प्रक्रिया बेहद ही लंबी थी। इसके सभी परीक्षण वर्ष के अंत तक पूरे कर लिए जाएंगे। इस मिसाइल को राजस्थान के पोखरण में सुखोई 30 एमकेआई से छोड़ा जाएगा। इस परीक्षण के दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे।
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क्या है इस मिसाइल में खास-
1. इसकी क्षमता बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि से ज्यादा है। इस मिसाइल में ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है जिसमें यदि मिसाइल के लक्ष्य को हटा भी दिया गया तो भी मिसाइल उस लक्ष्य को ढूंढ़ने में सक्षम है।
2. यह मिसाइल तेजी से लक्ष्य को भेदने में सक्षम है।
3. इस मिसाइल का वजन 154 किलोग्राम है। इसकी लंबाई 3.57 मीटर है। इसके अंदर पंद्रह किलोग्राम का विस्फोटक होता है। यह मिसाइल दुश्मन के द्वारा इलैक्ट्रो मैग्नेटिक क्षेत्र बनाने की स्थिति में भी अपने लक्ष्य तक पहुंचने में सक्षम है।
4. यह मिसाइल 20 से 80 किलोमीटर दूरी वाले लक्ष्य को भेदने में माहिर है।
5. यह मिसाइल सुमंद्र स्तर से छोड़ने पर बीस किलोमीटर हवा में, आठ हजार किलोमीटर की उचांई से छोड़ने पर 44 किलोमीटर और पंद्रह हजार मीटर की ऊंचाई से छोड़ने पर यह 80 किलोमीटर तक के लक्ष्य पर सटीक निशान साध सकती है। यह मिसाइल अभी तक के सभी परीक्षणों में सफल हुई है।