विवाह के 7 घंटे बाद ही दुल्हन ने दिया बच्चे को जन्म

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क्या कोई महिला विवाह के महज 7 घंटे बाद ही बच्चे को जन्म दे सकती हैं। शायद नहीं क्योंकि प्राकृतिक तौर से बच्चे को पैदा होने में कम से कम 9 माह का समय तो लगता ही है। हाल ही में एक ऐसी ही घटना देखने को मिली है। जिसमे एक महिला ने अपने विवाह के मात्र 7 घंटे बाद ही बच्चे को जन्म दे दिया। इस घटना से सभी लोग बेहद हैरान और आश्चर्यचकित हैं।

यूपी उन्नाव की है घटना  

यूपी उन्नाव की है घटना  Image source:

आपको बता दें कि यह घटना यूपी के उन्नाव जिले की सफीपुर तहसील में घटी है। घटना में सामने आया है कि महिला विवाह के बाद जब अपनी ससुराल में पहुंची तो कुछ ही घंटे के अंतराल के बाद उसने एक बच्चे को जन्म दे दिया। इस घटना के बाद ससुराल के लोग सकते में आ गए और उन्होंने लड़की के माता-पिता के खिलाफ थाने में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। आपको हम बता दें कि बीती 20 फरवरी 2018 को सफीपुर तहसील के सकहन मुसलमानान गांव के निवासी विमलेश का विवाह संपन्न हुआ था।

विवाह के उपरांत जब विमलेश की दुल्हन ससुराल में आई तो कुछ ही समय बाद उसकी तबियत बिगड़ गई। ससुराल की महिलाओं ने जब विमलेश की पत्नी की सुध ली तो वे खुद हैरान रह गई। इसके बाद में नवविवाहित महिला ने अपनी ससुराल में ही एक नवजात बच्चे को जन्म दे दिया। यह खबर जब दूल्हे विमलेश के चाचा को मिली तो वह बेहोश हो गए।

दूल्हे ने दुल्हन को घर में रखने से किया इंकार  

दूल्हे ने दुल्हन को घर में रखने से किया इंकार  Image source:

इस घटना के बाद में विमलेश के घर वालों ने कोतवाली में आकर दूल्हे विमलेश के ससुर-सास तथा उसकी नवविवाहित पत्नी के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई। दूल्हे विमलेश का कहना था कि “वह दुल्हन को किसी कीमत पर नहीं रखेंगे क्योंकि उसके ससुराल वालों ने उसके साथ धोखा किया है। ससुराल पक्ष के लोगों से भी कह दिया गया है कि वे अपनी लड़की को हमारे यहां से ले जाएं।”  

दूल्हे के चाचा ने कहा कि दुल्हन ने ससुराल में घर के दरवाजे के पास ही बच्चे को जन्म दे दिया था। वहीं दुल्हन की चाची का कहना है कि ये लड़की पढ़ी लिखी है। यह इस बात को पहले ही बता देती तो हम विवाह ही नहीं करते। इस प्रकार से किसी दूसरे का बच्चा अपने पेट लिए फेरे लेना अपराध है। सीओ सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और कार्यवाही की जा रही है।

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किसी भी लेखक का संसार उसके विचार होते है, जिन्हे वो कागज़ पर कलम के माध्यम से प्रगट करता है। मुझे पढ़ना ही मुझे जानना है। श्री= [प्रेम,शांति, ऐश्वर्यता]

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