कभी-कभी बच्चे घर में खाली बैठकर घर की चीजों के साथ खुराफात करने लगते हैं, लेकिन आप सोचिए इस खुराफात में ही आपके बच्चे से कोई आविष्कार हो जाए तो आपको कैसा लगेगा। आपको बता दें कि खुराफात करने की आदत भी कभी-कभी हमारी किस्मत बदल देती है और अनजाने में ही कोई नया आविष्कार हो जाता है। आज हम आपको एक ऐसे ही लड़के के बारे में बता रहें हैं जिसने बाइक में थोड़ी सी फेरबदल करके एक नया आविष्कार कर दिया है। चलिए आगे जानते है इस बारे में…
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भारत देश में प्रतिभाओं की कमी नहीं हैं, लेकिन हमारे देश के होनहारों को सही दिशा और संसाधन नहीं मिल पाते हैं। जिस वजह से यह प्रतिभाएं यूं ही बेकार हो जाती हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही प्रतिभावान लड़के के बारे में बताने जा रहें हैं। इस लड़के का नाम विवेक कुमार पटेल है और यह उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में रहता है। विवेक ने बाइक के इंजन में थोड़े से बदलाव कर उसकी ऐवरेज को 153 किलो मीटर प्रति लीटर तक पहुंचा दी है और उनके इस बदलाव से बाइक के इंजन पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
12वीं की परीक्षा पास करने के बाद से ही विवेक ने मोटर मैकेनिक की दुकान पर काम करना शुरू कर दिया था। जब इन्होंने बाइक के इंजन के बारे में जाना तब से ही विवेक इसमें बदलाव के बारे में भी विचार करने लगे। इसके साथ ही इन्होंने करीब 3साल पहले अपनी बाइक में कुछ बदलाव किए। इस बदलाव के बाद ही इनकी बाइक कि ऐवरेज दोगुनी हो गई थी। फिलहाल उत्तर प्रदेश काउंसिंल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी के अलावा मोतीलाल नहेरू नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, इलाहाबाद ने विवेक के इस तकनीक को जांचने के बाद प्रमाणित कर दिया है।
विवेक की इस तकनीक पर कई विश्वविद्यालय काम करने पर विचार कर रहें हैं। अगर यह तकनीक हमारी बाइक के इंजन में लगाई जाने लगी तो देश के करोड़ों लोग जो बाइक की सवारी करते हैं उनको यह सफर और सस्ता मिल सकेगा और कुछ ही सालों में उनके लाखों रूपये के पेट्रोल की बचत हो सकेगी।