लोकसभा चुनाव में भारी जीत हासिल करने के बाद आखिरकार नरेन्द्र मोदी नें एक बार करोड़ों लोगो का विश्वास जीत कर प्रधानमंत्री पद हासिल कर ही लिया। लेकिन अभी हाल ही में आये एक खुलासे ने प्रधानमंत्री को देश का सबसे बड़ा गद्दार सबित करते हुये कहा -कि देश मोदी के चलते कंगाल होने वाला है।
क्या है इस मुद्दे की सच्चाई जाने इसके बारें में..
दरअसल विश्व बैक नें खुलासा करके यह साबित किया है कि देश पूरी तरह से कर्ज में डूबने के कारण खोखला हो चुका है। भारत सरकार, अक्सर वर्ल्ड बैंक से कई योजनाओं और परियोजनाओं के लिए उधार लेती रहती है। जिसमें किये गए रिसर्च में बताया गया है कि साल 2015 और 2017 के बीच इंटरनेशनल फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशंस परियोजनाओं में सहायता के लिये 50 मंजूर परियोजनाओं के लिए 96,560 मिलियन अमरीकी डॉलर का कर्ज भारत के लिए समय-समय पर अप्रूव किया गया है।
भारत सरकार ने 2015 से 2017 तक विश्व बैंक निकायों IBRD और IDA से कई कर्ज लिए थे 2015 से 2018 के बीच, भारत सरकार ने 61 परियोजनाओं के लिए वर्ल्ड बैंक से 131,100 मिलियन अमरीकी डॉलर की फाइनेंशियल कमिटमेंट को स्वीकार किया है। 2018 में बाद के छह महीने में यह आकंड़ा बढ़ गया और 66 परियोजनाओं के लिए 132,520 मिलियन अमेरिकी डॉलर का कर्ज लिया गया।
भारत सरकार ने आंध्र प्रदेश हेल्थ सिस्टम स्ट्रेंग्थेनिंग प्रोजेक्ट के लिए15 मई को 328 मिलियन डॉलर का कर्ज लिया है इस ताजे प्रोजेक्ट के बारें में वर्ल्ड बैंक ने बताया। भारत सरकार नें इसके लिये कर्ज लिया है और इस प्रोजेक्ट की क्लोजिंग डेट 30 सितंबर 2024 है।
कितनी सच्चाई है
बैसे तो भारत सरकार, हर योजनाओं और परियोजनाओं के लिए वर्ल्ड बैंक से उधार लेकर ही काम करती आयी है। जिसका कर्ज वो समय समय पर चुकाती भी रही है। और आज के समय में देखा जाये तो भारत, दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनमी है, ऐसे में कंगाल होने का कोई सवाल ही नहीं है। इसलिये ऐसा कहना गलत है कि भारत इतना कर्ज लेने से कंगाल हो गया है और पीएम मोदी ने देश को डूबा दिया है। भारत सरकार, ने जब जब वर्ल्ड बैंक से जो भी कर्ज लिया है उसे समय पर ही चुकाने की कोशिश की है।