हाल ही में पटना पुलिस द्वारा एक नाबालिग बच्चे को झूठे केस में फंसाने का मामला सामने आया है। असल में यह लड़का सब्जी की दुकान करता है। पुलिसकर्मी को मुफ्त में सब्जी न देने के कारण इस लड़के तथा इसके बाप को पुलिस द्वारा उठा लिया गया था। बाद में सीएम नितीश कुमार ने मामले की जांच कराई तथा 12 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। अक्सर ऐसे मामले हमारे सामने आते रहते हैं जब पुलिस द्वारा किसी निर्दोष को जबरन झूठे केस में फंसा दिया जाता है। आज हम आपको यहां कुछ ऐसे टिप्स दे रहें हैं। जिनको अपनाकर कोई भी पुलिस द्वारा झूठे केस में फंसाने पर खुद को बचा सकता है। आइये जानते हैं इन टिप्स के बारे में।
1- पहला रास्ता
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यदि आपको थाना लेवल के लोग यानी एसआई या सिपाही परेशान कर रहें हैं। तो आप उनके उच्च अधिकारी से मिलें तथा उनको पूरा मामला बताएं। आप अपने साथ कुछ सबूत भी लेकर जाएं ताकि आपकी बात उच्च अधिकारी की नजर में सही साबित हो।
2- दुसरा तरीका
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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रत्येक पुलिस हेडक्वार्टर में शिकायत प्रकोष्ठ भी होता है। आप वहां जाकर अपनी शिकायत कर सकतें हैं। अपने साथ सबूत भी लेकर जाएं। इसके आलावा कलेक्टोरेट में भी आम लोगों की जनसुनवाई की जाती हैं। आप वहां सबूत सहित जाकर पुलिसकर्मी की शिकायत कर सकते हैं।
3- तीसरा तरीका
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आज का समय इंटरनेट का है। प्रत्येक राज्य के सीएम से आप ऑनलाइन शिकायत भी कर सकते हैं। इस प्रकार के मामले में तय समय में एक्शन लेना होता है। यह भी एक अच्छा तरीका है।
4- चौथा तरीका
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यदि ऊपर बताएं गए किसी तरीके से कुछ नहीं हो पा रहा है। तो आप हाई कोर्ट में वकील की मदद से पिटीशन को दायर कर सकते हैं। कोर्ट के अंदर आपको सबूत तथा गवाह पेश करने होते हैं। जो आपको बेगुनाह साबित करते हैं। ऐसे में मामले में कोर्ट न सिर्फ पुलिस अधिकारी पर जांच बैठा सकती है बल्कि आपको जुर्माना भी दिला सकती है। यदि आप जागरूक नागरिक बनना चाहते हैं तो इस प्रकार की बातों को हमेशा ध्यान में रखें ताकी ऐसी कोई समस्या आने पर अपनी तथा दूसरे लोगों की मदद कर सकें।